स्वास्थ्य विभाग के साथ नगर निगमों और पालिका परिषदों में चतुर्थ श्रेणी के हजारों पद खाली हैं। खासकर सफाई कर्मियों के पद तो सालों से नहीं भरे गए हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए विशेष सफाई के साथ सेनेटाइजेशन अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। कर्मियों की कमी होने के चलते एक-एक कर्मचारी को कई-कई घंटों काम करना पड़ रहा है। इसलिए सरकारी विभागों में खाली चतुर्थ श्रेणी के पदों को अभियान चलाकर भरा जाए, जिससे पात्रों को रोजगार मिलने के साथ सरकारी कामकाम समय से पूरा हो सके।
उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे कहते हैं कि अस्पतालों और सरकारी विभागों में लाखों की संख्या में पद खाली पड़े हैं। ऐसे खाली पदों पर तत्काल नियुक्तियां शुरू की जाए। स्थाई पदों पर नियुक्ति होने वाले जिम्मेदारी के साथ काम करते हैं। आउटसोर्सिंग व्यवस्था पूरी तरह से लचर है। इसलिए सरकार को चतुर्थ श्रेणी के खाली पदों पर भर्ती के लिए अभियान शुरू करना चाहिए।
उनका कहना है कि इससे पात्रों को रोजगार मिलेगा और सरकार जरूरत के आधार पर कोरोना संक्रमण काल के दौरान इनका इस्तेमाल कर सकती है। प्रदेश महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने यह भी मांग की है कि पंचायत चुनाव को तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए। उन्होंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री और राजपाल से इस संबंध में अपील की है। उन्होंने कहा है कि कई कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान या ड्यूटी से लौटने के बाद मृत्यु हो चुकी हैं।