मुख्य चुनाव अधिकारी शिवानंद पांडेय के अनुसार अध्यक्ष पद पर अशोक कुमार सिंह प्रिंस ने 2128 मत पाया जबकि दूसरे स्थान पर प्रभुनाथ पांडेय रहे। महामंत्री पद पर ओमप्रकाश पांडेय ने 1173 मत पाया जबकि दूसरे स्थान पर रहे संजय सिंह दाढ़ी को 1172 मत मिला। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद नर अशोक कुमार पांडेय, कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर महेंद्र कुमार सिंह मंटू, कोषाध्यक्ष पद पर अमित कुमार सिंह गोल्डी, संयुक्त मंत्री प्रशासन पद पर अशोक कुमार त्रिपाठी, संयुक्त मंत्री प्रभारी पुस्तकालय पद पर मनोज कुमार कन्नौजिया और आय-व्यय निरीक्षक पद पर महेंद्रनाथ पाठक निर्वाचित हुए। वहीं, 15 वर्ष से अधिक वकालत के अनुभाव वाले प्रबंध सदस्य समिति के सदस्य के तौर पर अश्वनी कुमार सोनी, अशोक कुमार पांडेय, कमलाकांत तिवारी, विजय कुमार सिंह और सुनीत कुमार सिंह चुने गए। 15 वर्ष से कम वकालत के अनुभव वाले प्रबंध समिति के सदस्य के तौर पर अनुज कुमार श्रीवास्तव, अभय अग्निहोत्री, चक्रधर दूबे और सुनील कुमार सिंह पंकज चुने गए।
चुनाव संपन्न कराने में वरिष्ठ अधिवक्ता राधेश्याम चौबे, दीनानाथ सिंह, सत्यनारायण द्विवेदी, सौरभ श्रीवास्तव, संतोष सिंह, सभाजीत सिंह, वीरेंद्र सिंह, ओमप्रकाश मिश्र, डॉ. संजय सिंह गुड्डू, सतीश चंद्र त्रिपाठी, ब्रजेश पाठक, प्रकाशचंद्र चतुर्वेदी, मनीष राय, सुनील मिश्रा के अलावा सेंट्रल बार के निवर्तमान अध्यक्ष विवेक शंकर तिवारी, महामंत्री दुर्गा प्रसाद ने योगदान दिया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह प्रिंस ने कहा कि मॉडल बायलाज लागू कराने के साथ ही कार्यकाल दो वर्ष कराने का प्रयास होगा। बार ठीक रहेगा तो बेंच स्वयं ठीक हो जाएगा। उधर, एक मत से हार-जीत को लेकर चल रहे हंगामे के दौरान निर्वाचित महामंत्री ओमप्रकाश पांडेय की तबीयत अचानक खराब हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा।