नेशनल गंगा काउंसिल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के बाद कंपनी बाग चौराहे पर समाजवादी पार्टी और भाजपा के कार्यकर्ता के बीच धक्का मुक्की हो गई और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसपर सपाइयों ने धरना देना शुरू कर दिया तो पुलिस पहुंच गई। जानकारी पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार भी पहुंची और भाजपाइयों को समझाकर शांत कराया। वहीं सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से जाने को कहा लेकिन वे नहीं माने।
प्रधानमंत्री के सीएसए पहुंचने के बाद सपा नेता कंपनी बाग चौराहे पर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इसपर भाजपा नेता व कार्यकर्ता भी आ गए। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी के बाद धक्का मुक्की शुरू हो गई। ड्यूटी पर तैनात पुलिस ने बैरिकेडिंग पर रोकने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारी समझाते हुए उन्हें अलग करने का प्रयास करते रहे। सपाइयों ने नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विवाद को बढ़ता देख उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने भाजपा कार्यकर्ताओं को समझा कर पीछे किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाया कि यह अपना कार्यक्रम है माहौल खराब ना करें। वहीं सपाइयों को भी नारेबाजी करने से रोका उनके नहीं मानने पर गुस्से का इजहार करते हुए कड़े तेवर दिखाए। इसके बाद पुलिस ने सभी सपाइयों को गिरफ्तार कर ट्रक से रवाना कर दिया।
सपा विधायक और पुलिस में हुई धक्का मुक्की
वहीं दूसरी ओर सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी की अगुवाई में सपाइयों ने भैरव घाट चौराहे के पास प्रदर्शन कर काले झंडे दिखाए। इसपर पुलिस और सपा विधायक के बीच धक्का मुक्की हो गई। पुलिस ने सपा विधायक समेत कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार बस से रवाना कर दिया। कानपुर में नमामि गंगे मिशन के नाकामी के कारण टेनरी मजदूरों की बदहाली, स्मार्ट सिटी योजना की बेहाली व नागरिक संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन कर रहे सपाई ज्ञापन सौंपने जा रहे थे। सपा कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए कहा, गंगा मैया रो रही है भाजपाइयों के काम से, अरबों रुपया खा गए मेरी सफाई के नाम से। नमामि गंगे=नाकामी गंगे। नरेंद्र मोदी मस्त टेनरी मजदूर पस्त। संविधान विरोधी यह सरकार नहीं चलेगी-नहीं चलेगी। सपा विधायक ने गंगा सफाई पर प्रधानमंत्री और गंगा साफ ना हुई तो जल समाधि लेने का बयान देने वाली उमा भारती को आड़े हाथों लिया। वहीं स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल शहर में आज भी मौलिक आवश्यकताओं के लिए लड़ रहा है। प्रदूषण में नंबर 1 का तमगा मिलने के साथ टूटी सड़कें, बजबजाती नालिया, गाय, सूअर, कुत्तों की भरमार है। डेंगू बुखार व यातायात जाम कानपुर की पहचान बन चुका है। वहीं नागरिकता संशोधन बिल को संविधान विरोधी बताया। उनके साथ चंद्रेश सिंह, नीरज सिंह, मो. हसन रूमी, कुतुबुद्दीन मंसूरी, अंबर त्रिवेदी, पप्पन शर्मा, सर्वेश यादव, वरुण यादव आदि रहे।