सीएम योगी गोरखपुर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। आज अपने दौरे के तीसरे दिन उन्होंने कोरोना की वजह से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों से मुलाकात की। गोरखपुर में ऐसे छह बच्चे हैं जिन्होंने इस महामारी में अपने माता-पिता को खो दिया। इनमें से पांच से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की।
इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस में सीएम योगी ने ऐलान किया कि माता-पिता या अपने कमाऊ अभिभावक को खोने वाले सभी बच्चों की पूरी जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। उन्होंने बताया कि माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए हर महीने चार हजार रुपए की मदद दी जाएगी।
इसके अलावा जिन बच्चों ने अपने कमाऊ अभिभावक को खो दिया है। उनकी भी पूरी मदद की जाएगी। गोरखपुर के ऐसे 174 बच्चों को संरक्षण देने की योजना बनाई गई है।
प्रेस कांफ्रेंस में सीएम योगी ने कहा कि माता-पिता को खोने वाले बच्चों के व्यस्क होने तक यूपी सरकार 4000 रुपये प्रति माह वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगी। यह सहायता उनके लीगल गार्जियन को दी को दी जाएगी।
वहीं, 10 साल से कम आयु के ऐसे बच्चे जिनका कोई केयरटेकर नहीं है, उनके आवास की व्यवस्था बाल गृह में की जाएगी। उनका भी पूरा ख़र्च सरकार उठाएगी।
योगी सरकार ने कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण और उनकी देखभाल के लिए एक विशेष योजना ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ के नाम पर ये योजना संचालित होगी।