कोलंबो| श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने देश के 69वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 60 कैदियों के मृत्युदंड को आजीवन कारावास में बदल दिया। स्वतंत्रता दिवस शनिवार को मनाया गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, जेल आयुक्त निशान दानासिंघे ने कहा कि न्याय मंत्री विजेदासा राजपक्षे की सिफारिश पर इन कैदियों के मृत्युदंड आजीवन कारावास में बदले गए।
राजपक्षे ने एक विशेषज्ञ समिति की रपट के आधार पर यह सिफारिश की थी। विशेषज्ञ समिति की नियुक्ति राजपक्षे ने मृत्युदंड को आजीवन कारावास में बदलने के मामले के लिए ही की थी।
जिन कैदियों की सजा बदली गई, उनमें से अधिकांश पर हत्या के आरोप थे।
इसमें कुछ कैदी ऐसे भी हैं, जो कई वर्षो से श्रीलंका की जेलों में हैं।
यद्यपि श्रीलंका की अदालतों ने हत्या, दुष्कर्म और ड्रग तस्करी जैसे गंभीर अपराधों में मृत्युदंड सुनाए हैं, लेकिन 1976 से आजतक इस देश में किसी को मृत्युदंड दिया नहीं गया है।
मृत्युदंड के सभी मामलों को आजीवन कारावास में बदल दिया गया है।