शुक्रवार को भी बर्फीली हवा ने लोगों को पूरे दिन कंपाया। धूप में भी लोग अलाव का सहारा लिया। कार्यालयों में लोग ब्लोवर और हीटर के सहारे काम करते देखे गए। खास तौर से बाइक से चलने वाले लोगों को अधिक परेशानी हुई। ठंड का आसर बाजारों में भी देखा गया।
उधर, ठंड, अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बहुत अंतर हर उम्र वर्ग के लोगों के लिए जानलेवा होती है। इससे बचाव बेहद जरूरी है। उक्त बातें वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. वीएस उपाध्याय ने कही। उनका कहना है कि ठंड से धमनियां सिकुड़ने लगती हैं जिसके कारण हार्ट अटैक और लकवा की आशंका बढ़ जाती है।
धमनियों का रक्त गाढ़ा हो जाता है। एलर्जी, नजला जुकाम, खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। निमोनिया की भी शिकायत देखने को मिलती है। एलर्जी से बचने के लिए वैक्सीनेशन कराना चाहिए।