घर का कमासुत बेटा, सिर पर बहन की शादी, इस बीच कोरोना का ग्रहण। शादी वाले घर में बेटे की सांस टूटती रही और मां-बाप बेबस देखते रहे। परिवार इस दोराहे पर आ गया है कि जवान बेटे की मौत का गम मनाए या 24 मई को बेटी की शादी करे।
खजनी क्षेत्र के बरवल माफी गांव के राज बहादुर सिंह का 24 वर्षीय बेटा सुमित निर्माणाधीन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में सुपरवाइजर था। होली में घर आने पर उसे बुखार हुआ। जांच में टायफाइड निकला। दवा लेने के कुछ दिन बाद वह काम पर लौट गया। वहां उसकी तबीयत और बिगड़ गई। घरवालों ने उसे 13 अप्रैल को प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती कराया। शुरुआत में उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी। सांस की तकलीफ बढ़ने पर सीटी स्कैन से संक्रमण का पता चला तो बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।
बीआरडी में बेड न मिलने पर उसे आर्यन हास्पिटल में 18 अप्रैल की रात में भर्ती कराया गया तब ऑक्सीजन लेवल 60 तक पहुंच गया था। उसे बचाने के लिए पिता ने हर उपाय किया। मंगलवार रात से उसका ऑक्सीजन लेवल 30 तक पहुंच गया। इसके बाद ऑक्सीजन लेवल कुछ बढ़ा तो उम्मीद दिखी लेकिन बुधवार को उसने दम तोड़ दिया। जवान बेटे को बेबस पिता ने मुखाग्नि दी।