देशभर में जहां कोरोना की रफ्तार मंद पड़ती दिख रही है और राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में यहां रोज आने वाले केस सैकड़ों में सिमट चुके हैं, वहीं केरल में लगातार कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है। महामारी की शुरुआत से ही दक्षिण भारत का यह राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और अब भी यहां देशभर के नए मामलों के 50 फीसदी से ज्यादा केस हैं। लगातार दो दिनों से केरल में 22 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज हो रहे हैं, जिससे एक बार फिर चिंता बढ़ गई है।
केरल में लगातार 4 हफ्तों से कोरोना संक्रमण का ग्राफ ऊपर जा रहा है। पिछले 24 घंटे में भी यहां संक्रमण के 22,056 नए मामले सामने आए, जिससे मामलों की कुल संख्या बढ़कर 33,27,301 हो गई, जबकि 131 और लोगों की मौत होने के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हजार 457 हो गई।
जून के आखिरी हफ्ते में केरल में औसत नए मामले घटकर 11 हजार तक पहुंचे थे। हालांकि, इसके बाद से ही यहां नए मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखी गई। वहीं, मई माह में दूसरी लहर का पीक बीतने के बाद से ही देशभर में कोरोना के केस घट रहे हैं।
अकेले केरल में फिलहाल कोरोना के 1 लाख 49 हजार 534 मरीज हैं। वहीं, देशभर में अभी 3 लाख 99 हजार 436 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।
10 फीसदी के पार है संक्रमण दर
पिछले 24 घंटों में, 1,96,902 नमूनों की जांच की गई और संक्रमण दर 11.2 प्रतिशत दर्ज की गई। राज्यभर में अब तक, 2,67,33,694 नमूनों की जांच हो चुकी है।
कौन से जिला, कितना प्रभावित?
राज्य में सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मलप्पुरम में 3931, त्रिशूर में 3005, कोझिकोड में 2400, एर्नाकुलम में 2397, पलक्कड़ में 1649, कोल्लम में 1462, अलाप्पुझा में 1461, कन्नूर में 1179, तिरुवनंतपुरम में 1101 और कोट्टायम में 1067 मामले आए हैं।