लखनऊ
ग्रामीण इलाकों में पानी की खपत के साथ ही अब उसके संचयन को लेकर माइक्रो प्लान बनाया जाएगा। डीएम Kaushal Raj Sharma ने जिम्मेदार अधिकारियों को 15 दिन के भीतर Jal Sanchayan का माइक्रो प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि कृषि निदेशालय में शनिवार को Jal Sanrakchan पर आयोजित कार्यशाला में डीएम ने यह निर्देश दिया है।
डीएम कौशलराज शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में जल के दोहन और दुरुपयोग के कारण उत्पन्न होने वाले जल संकट और पेयजल के दूषित होने पर चिंता व्यक्त की। डीएम ने निर्देश दिया कि हर गांव में पानी की कितनी खपत है और जल संचय के क्या इंतजाम किए गए हैं? इसका ब्यौरा तैयार करें और जल संचयन के लिए 15 दिन के भीतर माइक्रो प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
डीएम ने कहा कि पौधरोपण, तालाबों के पुनरुद्धार, नदियों के तलहटी की सफाई और उसकी जल भंडारण की क्षमता में वृद्धि कर जल संचयन के स्तर को बढ़ाया जाएगा। डीएम ने जल संचयन के लिए महिला एवं स्वयं सहायता समूहों से सहयोग करने की अपील की है। वहीं, सीडीओ मनीष बंसल ने कहा कि जल संचयन और जल संरक्षण सभी हैंडपंपों पर सोख्ता गढ्ढे, छोटे-छोटे नालों पर चेकडेम के माध्यम से किया जाएगा। कार्यशाला में अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी जलसंरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए।
जलगीत के माध्यम से किया जागरूक
जलसंचयन को लेकर आयोजित की गई कार्यशाला में उपायुक्त स्वत: रोजगार सुखराज बंधु ने स्वरचित जल गीत प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया। कार्यशाला में अधीक्षण अभियन्ता लघु सिंचाई रवीन्द्र सिंह और अधिशासी अभियन्ता जल निगम व अन्य अधिकारी मौजूद थे।