रविवार को आदित्यनाथ योगी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ली। इस दौरान उनके साथ कुल 46 मंत्रियों को भी पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। बता दें कि शनिवार को पार्टी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री चुना गया। वह राज्य के 21वें सीएम बनें। प्रदेश पार्टी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और पार्टी उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
इनमें रीता बहुगुणा जोशी, स्वाति सिंह, अनुपमा जायसवाल, गुलाब देवी और अर्चना पांडेय शामिल हैं. जानते हैं कि योगी के पहले मंत्रिमंडल में आखिर इन महिला नेताओं को क्यों मिली जगह
रीता बहुगुणा जोशी
कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आईं रीता बहुगुणा जोशी ने मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव को राजधानी की लखनऊ कैंट सीट से हराया. यही वजह है कि रीता बहुगुणा जोशी को योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के तौर पर जगह मिली है.
स्वाति सिंह
बीजेपी नेता और स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह के मायावती पर विवादित टिप्पणी के बाद पहली बार वो मीडिया के सामने आने वाली स्वाति ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती सहित बसपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बयानों का जवाब दिया, स्वाती ने बहुजन समाज को बैकफुट अपने ,अपनी बेटी और सास के ऊपर बसपा कार्यकर्ताओ और बड़े नेताओ द्वारा ह्जरत गंज चौराहे पर दी गई गाली के खिलाफ आक्रमक हो गई औए रातोंरात सुर्ख़ियों में आ गईं. बीजेपी ने उन्हें लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था. यहां स्वाति सिंह ने मुलायम सिंह के भतीजे अनुराग यादव को हराया.
अनुपमा जायसवाल
बहराइच सदर सीट से बीजेपी नेता अनुपमा जायसवाल ने जीत दर्ज की. बता दें कि बीते 25 साल से यह सीट पर सपा का कब्ज़ा था. लेकिन अनुपमा की अगुवाई में यहां भगवा का झंडा फहर गया. जो इलाका मुस्लिम बहुल इलाकों में गिना जाता है. इस सीट पर पूर्व मंत्री डॉ. वकार अहमद शाह की पत्नी रुबाब सईदा को हराकर अनुपमा जायसवाल ने जीत दर्ज की.
गुलाब देवी
संभल की चंदौसी सीट से गुलाब देवी को मैदान में उतारा था. वो पार्टी के दलित चेहरे के रूप में भी जानी जाती हैं. इस बार चुनाव में गुलाब देवी ने सपा-कांग्रेस गठबंधन की प्रत्याशी विमलेश कुमारी को हराया. गुलाब की यह जीत संभल की सबसे बड़ी जीत थी.
अर्चना पांडे
अर्चना पांडे पूर्व मंत्री रामप्रकाश त्रिपाठी की बेटी हैं. अर्चना छिबरामऊ से पहली बार विधायक बनी हैं. ब्राह्मण चेहरा होने की वजह से उन्हें योगी सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया है.