प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल शुक्रवार को लखनऊ पहुंच रहे हैं। दोपहर करीब 12.30 बजे के आसपास वह डीजीपी मुख्यालय में पदभार ग्रहण करेंगे। प्रदेश सरकार ने बुधवार को उन्हें प्रदेश के डीजीपी पद पर नियुक्त किया था। वर्ष 1987 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बीएसएफ में एडीजी आपरेशन्स के पद पर तैनात थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार की दोपहर बाद उन्हें अपने प्रदेश काडर में लौटने के लिए बीएसएफ से कार्यमुक्त कर दिया। श्री गोयल ने बताया कि वह शुक्रवार की सुबह लखनऊ आएंगे और पदभार ग्रहण करेंगे।
आपको बता दें कि आईपीएस मुकुल गोयल के मेरठ एसएसपी रहने के दौरान दूसरा चर्चित मामला अपराधी विजय उर्फ बबलू की गिरफ्तारी का था। विजय धर्मा गैंग का शार्प शूटर था और उस पर दरोगा की हत्या का आरोप था। पुलिस विभाग की ओर से दो लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। आरोपी को मेरठ में आईपीएस मुकुल गोयल की टीम ने गिरफ्तार किया था। मेरठ में ही एक चर्चित एनकाउंटर में आईपीएस मुकुल गोयल ने दौराला के बदमाश चमन और सुभाष ताऊ को ढेर किया था। चमन और वतन दोनों भाई थे और शातिर बदमाश थे। लोगों से वसूली और रंगदारी मांगना इनका धंधा था। चमन और सुभाष को एनकाउंटर में पुलिस ने मार गिराया था।
बावरियों का किया था एनकाउंटर
मेरठ के टीपीनगर में बावरियों ने तीन लोगों की हत्या कर दी थी। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और एनकाउंटर की कार्रवाई मुकुल गोयल की टीम ने की थी। इसके बाद पूरे गिरोह की धरपकड़ की गई थी। इसके बाद उनके कार्यकाल में कोई वारदात बावरियों ने नहीं की।