मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आगामी शनिवार से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ई-ओपीडी की व्यवस्था लागू की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आईसीसीसी) की व्यवस्था को प्रभावी बनाये रखने पर बल देते हुए कहा कि जिले की आबादी के मद्देनजर ईसीसीसी में फोन लाइन्स की संख्या बढ़ायी जाए। आईसीसीसी में विभिन्न कार्यों यथा टेलीकन्सल्टेशन, होम आइसोलेशन बेड की उपलब्धता आदि सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किये जाएं। प्रत्येक जिले में सभी वेंटिलेटर्स और ऑक्सीजन कन्संट्रेटर्स को कार्यशील रखने के लिए एनेस्थेटिक्स एवं टेक्नीशियन्स की उपलब्धता की जाए। कोविड अस्पताल में भर्ती मरीज के स्वास्थ्य एवं उपचार की जानकारी प्रतिदिन कम से कम एक बार उसके परिजनों को उपलब्ध कराने के लिए एक चिकित्सक नामित किया जाए।
आयुष विभाग के 15 सौ डॉक्टर ऑनलाइन करा रहे 80 हजार लोगों को योग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आयुष विभाग के 1500 से अधिक डॉक्टर करीब 80 हजार लोगों को रोजाना ऑनलाइन योग व आयुर्वेद से होने वाले फायदों के बारे में जानकारियां दे रहे है। यही नहीं डॉक्टर कोरोना से लड़ने के लिए उनको घरेलू नुस्खों को इस्तेमाल करने के तरीके भी बता रहे हैं। आयुष विभाग प्रभारी अधिकारी डॉ अशोक कुमार दीक्षित बताते हैं इसके लिए डॉक्टर अपने यू टयूब चैनल व आयुष कवच एप के जरिए लोगों को योगा करा रहे हैं। इसके अलावा उनको घरेलू उपायों से किस तरह से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाए इसकी जानकारी भी देने का काम कर रहे हैं।
प्रदेश में 2104 आयुष चिकित्सालय हैं। इसमें 8 बड़े अस्पताल है। यहां से होम आइसोलेशन मरीजों को जिला प्रशासन की मदद से निशुल्क काढ़ा भेजने का काम किया जा रहा है। यह काढ़ा आयुष विभाग के डॉक्टरों ने स्वयं तैयार किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर काढ़ा वितरण के काम में तेजी आ गई है। आयुष विभाग की टीम पर होम आइसोलेशन मरीजों को काढ़ा व अन्य आयुर्वेदिक दवाओं की जानकारी दे रही है। वैसे बाजार में काफी कंपनियों के काढ़े मौजूद हैं लेकिन लोगों की सबसे पहली पसंद आयुष विभाग का काढ़ा है।