अशोक कुमार गुप्ता ,लखनऊ । भाजपा का केंद्र में सत्ता सम्भाले तीन साल बीत गए लेकिन आमजन को अभी भी अच्छे दिन का इन्तजार खत्म नही हो रहा है अभी अच्छे दिन लोगों के लिए मृगतृष्ण की तरह है । विपक्ष बीजेपी को हर खाते में 15लाख देने की घोषणा पर घेर रही है । नोट बन्दी से आमजन को केंद्र ने कोई लाभ नही हुआ । अब चुनाव बाद नतीजो से मोदी के निर्णय की पर जनता मोहर लगती है या खारिज करती है । साफ़ हो जाएगा ।
यूपी विधान सभा चुनाव पहली बार विकास के मुद्दे पर सभी प्रमुख दल मैदान में है । मुद्दा लगभग एक है अंतर है तो पार्टियों और चेहरों की भाजपा बिना चेहरा का चुनाव लड़ रही है इसके पीछे क्या वजह है यह तो उसके पार्टी के बड़े नेता भी नही बता पा रहे है , समाजवादी पार्टी जिसके सुप्रीमो मुख्य मंत्री अखिलेश यादव है । जिन्होंने अपने पारिवारिक बेड़ियों को तोड़कर अपना स्वच्छ छवि को आगे किया और गुंडों को पार्टी में जगह नही दी । इसके लिए इन्हें परिवारिक विवाद का सामना भी करना पड़ा । युवा मुख्यमंत्री के ब्रिगेड के साथ आईआईएम के प्रोफेसरो की टीम है जो एक विजन के तहत यूपी में विकास को धरातल पर उतारने में मुख्यमंत्री के साथ लगे है । जिसका परिणाम आई टी सिटी लखनऊ में बनने से यूपी के युवाओ को अब बंगलौर और गुड़गांव की तरफ रुख क नही करना पड़ेगा ।
बसपा सुप्रीमो मायावती भी सार्वजनिक मंचो से कह चुकी है कि अब पार्क नही बनाऊँगी विकास करुँगी लेकिन अपनी साफ़ छवि को धूमिल किया मुख्तार अंसारी सरीखे नेताओ को पार्टी में लेकर अब विरोधी मायावती की पार्टी बीएसपी को गुंडों की पार्टी कहने लगे जिसको मायावती ने ही माफियाओ को पार्टी में लेकर सावित भी कर दिया ।
अब दो चेहरों पे बात कर लेते है एक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी का है जो विकास की बात तो करते है लेकिन तीन साल का लंबा वक्त अपने शासन काल का गुजार लिया लेकिन विकास जो कराए है उसे जनता के बीच गिनाते नही है । नोटबन्दी से अमीर के बुरे दिन तो नही आए लेकिन गरीब जिनके घर शादी व्याह है उनके बुरे दिन देखने पड़े पोस्ट आफिस गाव का मुख्य बैकिंग व्यवस्था में ऊ जिसके पास नगदी नही है कि एक गरीब पिता 96 हजार निकालने के लिए महीनेभर चक्कर लगाया अंततः पोस्ट आफिस कम्रियो के सामने फूटफूटकर रोने लगा यह ह्दय विदारक घटना बलिया जिले के रानीगंज बाजार पोस्ट आफिस की है ऐसी कई घटनाएं हुई । पूरा देश के लोग लाइनों में लग गए कितने लोगो की मौत हुई भीड़ की वजह से लेकिन केंद्र सरकार ने मदद नही किया । उत्तर प्रदेश में चुनाव नजदीक था तो अखिलेश सरकार ने मरे हुए लोगो के परिवार को आर्थिक मदद किया ।
अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री है जो मोदी जी के विकास मॉडल को हाइजेक कर लिया मोदी जी कहते भर है कि अखिलेश यादव उसे एडाप्ट करके जमीन पर काम करना शुरू कर देते है । मोदी जी उज्ज्वल योजना के तहत गैस दिया लेकिन गरीब उसे भरवाएगा कैसे तो इसका इंतजाम अखिलेश ने समाजवादी पेंशन देकर भरपाई कर दिया । लखनऊ में राजनाथ सिंह आउटर रिंग रोड की आधार शिला रखी नही की आउटर रिंग रोड की घोषणा कर दिया लेकिन काम जमीन पर शुरू नही हुआ । अखिलेश ने किसान पथ बहुत तेजी से बनवाना शुरू कर दिया । किसान पथ के बीच गोमती नदी है जिसपर पुल बनकर तैयार हो रहा है ।
मायावती ने सामाजिक इंजीनियरिंग की बात करती है मुसलमानों को हिदायत देती है कि आप वोट बीएसपी को ही दे मैंने सबसे ज्यादा मुसलमानों को टिकट दिया है । लेकिन नौजवान विकास चाहता है जिससे रोजगार भी सृजित होगा ।