मेरठ के ऐंचीखुर्द गांव में सोमवार सुबह दर्दनाक हादसा हुआ। बिजली केबिल में फाल्ट हुआ और घर के मुख्य गेट में करंट उतरने से किसान और उनके दो बेटों की मौत हो गई। दो मवेशी भी करंट की चपेट में आने से मर गए। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया। जैसे तैसे कर शवों को लोहे के गेट से हटाया गया। बाद में विधायक समेत बिजली विभाग के अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। देर शाम तीनों शवों के पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार गांव में कराया गया। वहीं, मुजफ्फरनगर में भी कूलर से उतरे करंट की चपेट में आने से असिस्टेंट प्रोफेसर की मौत हो गई।
परीक्षितगढ़ के ऐंचीखुर्द गांव निवासी पूर्ण गिरी किसान थे। रात हुई बारिश के कारण उनके घर के बाहर मीटर केबिल में फाल्ट हो गया और तार लोहे के मुख्य गेट से चिपक गया। इस कारण गेट में करंट उतर आया। सुबह करीब छह बजे पूर्ण गिरी का बेटा आशुतोष जैसे ही गेट खोलने के लिए आया तो करंट की चपेट में आ गया। बेटे को बचाने के लिए पूर्ण गिरी दौड़े और वह भी करंट की चपेट में आ गए। इसके बाद मझला बेटा निखिल भी पिता और भाई को बचाने आया और करंट की चपेट में आ गया। दर्दनाक हादसे में पूर्ण गिरी और उनके दोनों बेटों निखिल व आशुतोष की मौके पर ही मौत हो गई। मुख्य गेट के पास बंधे हुए दो मवेशी भी मर गए।
हादसे की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लाठी से तार को गेट से हटाया और लाइन काटी गई। इसके बाद पिता-पुत्रों के शवों को उठाया गया। हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक, एसडीएम मवाना कमलेश गोयल, सीओ ब्रजेश कुमार, कोतवाल आंनद प्रकाश मिश्रा मौके पर पहुंच गए। इसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियो को मौके पर बुलाया गया। मुआवजे की घोषणा के बाद शवों को उठाया गया। शाम के समय पोस्टमार्टम के बाद गमगीन माहौल में तीनों का अंतिम संस्कार किया गया।
मुजफ्फरनगर में करंट से असिस्टेंट प्रोफेसर की मौत
मुजफ्फरनगर में थाना सिविल लाइन क्षेत्र के इंद्रा कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे असिस्टेंट प्रोफेसर सबल प्रताप सिंह (40) की करंट लगने से मौत हो गई। सबल प्रताप सिंह मूल रूप से फिरोजाबाद के सिरसागंज के रहने वाले थे। यहां किराए पर अकेले रहते थे। पुलिस के अनुसार कूलर से निकला बिजली का तार उनके पैर से टच हो गया और करंट लगने से उनकी मौत हो गई।