बिहार के मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए गोलीकांड को लेकर शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि जो हमारा है वह अच्छा है, जो दूसरों का है वह खराब है, फिलहाल भारतीय जनता पार्टी की ओर से इसी प्रकार का व्यवहार शुरू से है.
शिवसेना ने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों में जो कुछ हो रहा है, उसे देखते हुए वहां कानून का राज बचा है क्या? ऐसा सवाल किया जा सकता है, लेकिन ये राज्य भाजपा शासित होने के कारण वहां पर सब कुछ ठीक-ठाक है. गड़बड़ सिर्फ महाराष्ट्र, पंजाब, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में ही है.
शिवसेना ने कहा कि मुंगेर जिले में दुर्गा विसर्जन के दौरान पुलिस ने गोलीबारी की. मूर्ति का जबरन विसर्जन करवा दिया गया. गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए. पुलिसवालों का यह कृत्य जनरल डायर को भी लजाने वाला था, इस प्रकार का आक्रोश शुरू है. विसर्जन यात्रा में यह उत्पात मचा और पुलिसवालों ने सीधे गोलियां चला दीं.
शिवसेना ने कहा कि पुलिस की गोलीबारी की घटना पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में हुई होती तो ‘घंटा बजाओ’ छाप खोखले हिंदुत्ववादियों ने अबतक नंगा नाच शुरू कर दिया होता. दुर्गा पूजा में गोलीबारी को एक प्रकार से हिंदुत्व पर हमला बताकर बवाल मचाया गया होता. पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था समाप्त होने का आरोप लगाकर वहां तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जाती.
शिवसेना ने कहा कि एक तो बिहार में भाजपा ने आंखों पर ‘सेक्युलर’ चश्मा चढ़ाया है, जिससे उन्हें मुंगेर का आक्रोश करनेवाली दुर्गा माता नहीं दिख रही. महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलो कहते हुए ‘घंटानाद’ किया जा रहा है. मंदिरों के ताले तोड़ कर भीतर घुसने की धमकियां दी जा रही हैं. इन लोगों का मुंगेर की हिंसाचार और हिंदुत्व के अपमान से कोई लेना-देना नहीं दिख रहा.
शिवसेना ने कहा कि हरियाणा में एक लड़की को बीच रास्ते में मार दिया गया. वे इस मामले पर ‘लव जिहाद’ का लेबल लगाकर मुक्त हो गए. भाजपा शासित राज्यों में घटने वाली ऐसी घटनाओं की तरफ बनावटी हिंदुत्ववादी काफी संयम और तटस्थ होकर देखते हैं. कम से कम थाली ही बजा दो! देखो, बिहार में हिंदुत्व पर पुलिसवाले गोलियां चलाते हैं.