इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा महोबा के निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार के बारे में पूरी रिपोर्ट तलब करने और लापता होने के मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगे जाने के बाद एक बार फिर गिरफ्तारी के प्रयास तेज हो गए हैं। चित्रकूट धाम मंडल परिक्षेत्र के आईजी के. सत्यनारायण ने जिले से दो टीमें राजस्थान भेजी हैं जो दस दिन रुककर लापता पाटीदार की तलाश करेंगी।
रविवार को एक और टीम महोबा से राजस्थान भेजी जाएगी। कबरई के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी मौत के मामले में निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार को पुलिस आज तक नहीं खोज सकी। पाटीदार को भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। साथ ही उन पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा गया है लेकिन आठ माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नहीं लगा। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
कोर्ट के आदेश के बाद एक बार फिर पाटीदार की तलाश में टीमों को सक्रिय किया गया है। आईजी के. सत्यनारायण ने बताया कि दो टीमें राजस्थान भेजी गई हैं। जो दस दिन वहां रुककर निलंबित पाटीदार की तलाश करेंगी। रविवार को एक और टीम महोबा से भेजी जाएगी। टीमें पाटीदार के निवास के अलावा रिश्तेदारों व अन्य स्थानों पर भी तलाश करेंगी। निलंबित एसपी की अंतिम लोकेशन के सवाल पर आईजी कोई जानकारी नहीं दे सके।
यह था मामला
कबरई निवासी व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने सात सितंबर 2020 को सोशल मीडिया में वीडियो वायरल किया था। जिसमें तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर छह लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। आठ सितंबर को उनके गले में गोली लगी थी और 13 सितंबर को मौत हो गई थी। इस मामले में तत्कालीन एसपी समेत पांच लोगों के खिलाफ आत्महत्या के प्रेरित करने का मामला दर्ज किया गया था। मामले में तत्कालीन एसपी को छोड़कर सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
सुरक्षा हटाने से परिजन भयभीत
व्यापारी इंद्रकांत की मौत के बाद उनके परिजनों को सुरक्षा दी गई थी लेकिन कुछ दिन बाद सुरक्षा हटा ली गई थी। जिससे परिजन भयभीत है। इंद्रकांत के बड़े भाई रविकांत त्रिपाठी का कहना है कि पाटीदार की गिरफ्तारी न होने से साक्ष्य प्रभावित किए जा रहे हैं। उनकी व परिजनों की जान को खतरा बना है। कई बार सुरक्षा की मांग की गई लेकिन आजतक सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। उन्होंने पुलिस विभाग के ढुलमुल रवैये पर नाराजगी जताई।