पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने में चीन की ओर से लगाए जा रहे अड़ंगे के बावजूद भारत अपने सभी विकल्प आजमा रहा है। उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई सदस्यों के साथ इस बारे में नए सिरे से बातचीत शुरू की है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि हम सभी विकल्प आजमा रहे हैं। इसके साथ ही इस मसले पर अन्य देशों के संपर्क में हैं। इससे पहले 30 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र में मसूद को आतंकी घोषित कराने के भारत के प्रस्ताव का चीन ने विरोध किया था। इसके बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि चीन के इस कदम से उसके आतंकवाद के खिलाफ जंग में दोहरा रवैया अपनाने का पता चलता है।
भारत को उम्मीद थी कि पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला मामले में एनआईए द्वारा मसूद के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए जाने के बाद चीन संयुक्त राष्ट्र में उसके प्रस्ताव का समर्थन करेगा। सूत्रों ने बताया कि भारत ने मसूद के खिलाफ फिर से प्रस्ताव लाने की अभी कोई ऐसी समय सीमा नहीं तय की है।