बिहार के मधुबनी शहर के तिलक चौक वार्ड नंबर नौ के निवासी आदित्यनाथ दास को आध्र प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया गया है। वे डॉ.गौरीकांत दास एवं स्व. कुसुम कुमारी देवी के पुत्र हैं। आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी होने के बाद लोगों में खुशी है। वर्तमान मुख्य सचिव नीलम साहनी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 31 दिसम्बर को कार्यभार संभालेंगे। झंझारपुर प्रखंड के पिपरौलिया पंचायत के कनकपुरा गांव निवासी श्री दास की पहली से सातवीं तक की शिक्षा शहर के सूड़ी स्कूल में हुई।
आठवीं से दसवीं तक सैनिक स्कूल लखनऊ में और प्लस टू की पढ़ाई देहरादून से की। उन्होंने स्नातक बीएचयू से और पीजी जेएनयू से किया। उनकी पहली नौकरी पीएनबी मधुबनी में प्रोबेशनरी अधिकारी के रूप में हुई थी। उसी दौरान स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की हिसार, हरियाणा की शाखा में प्रोवेशनरी के लिए भी अनुशंसित हुआ। हिसार में उन्होंने योगदान दिया और तीन महीने काम कर नौकरी से त्याग पत्र देकर सिविल सर्विसेज़ की परीक्षा दी। 1984 बैच में आईएएस के लिए चयनित हुए। सेवा के दौरान वे विजयनगरम , विजयवाड़ा , ओवरसीज डेवलपमेन्ट एजेंसी, हैदराबाद नगरपालिका में कमिश्नर , रेजिडेन्ट कमिश्नर आन्ध्र भवन आदि पदों पर पदस्थापित हुए।
शहर के विकास की योजना बनाने में रहे सक्रिय
आदित्यनाथ दास मधुबनी में लगातार आते रहे हैं। इसे स्मार्ट टाउन बनाने की दिशा में यहां के विभिन्न स्थलों का चयन करने और उसके सर्वे का काम पूरा कराया है। नगर परिषद के साथ मिलकर इन स्थलों के रोडमैप बनाकर विकास के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजवाने में अहम भूमिका निभायी है। कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी ने बताया कि ये अपने दौरे के समय लगातार शहर को विकसित करने के लिए अपनी भूमिका निभाते रहे हैं। स्मार्ट सिटी के तहत इसे मूर्त रुप दिया जायेगा। इसके तहत तैयार किये गये रोड मैप पर शहर में विभिन्न स्तरों पर विमर्श किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में सामाजिक आधारभूत संरचना को इस शहर में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए मिथिलांचल की कला व संस्कृति को संरक्षित करने की खास योजना तैयार की गयी है। इसके लिए उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजिंग डायरेक्टर डा. एमएस सुभानी ने विभिन्न मुद्दे पर निर्देश दिया गया है। सर्वे और तैयार रोड मैप पर विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने खुद कार्यो को देखा है।