केन्द्र सरकार ने इजरायल के साथ 17000 करोड़ रुपए के रक्षा सौदे को मंजूरी दे दी है। दोनों देश मध्यम दूरी की सरफेस टू एयर मिसाइल तैयार करेंगे। जमीन से आसमान में 70 किमी तक ये मिसाइल किसी भी लक्ष्य को ध्वस्त कर देगी। मिसाइल में मल्टीमिशन रडार तथा कंट्रोल सिस्टम होगा जिसके जरिए ये किसी भी परिस्थिति में अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम होगी। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की रक्षा मामलों की कमेटी ने हाल ही में इजरायल के साथ इस समझौते पर सहमति जतार्इ थी ।
मिसाइल की मारक क्षमता 50 से 70 किमी तक होगी। यह एयरक्राफ्ट, हेलिकाॅप्टर आैर ड्रोनजैसे खतरों से निपटने में कारगर होगी। मिसाइल बराक सिस्टम पर आधारित होगी, ये भारत में इस्तेमाल हो रहा है।
मिसाइल का निर्माण आर्इएआर्इ, डीआरडीआे आैर इजरायल के एडमिनिस्ट्रेशन फाॅर डवलपमेंट आॅफ वेपंस एंड टेक्नोलॉजी इंफ्रास्टक्चर आैर एल्टा सिस्टम राफेल व अन्य कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। सिस्टम को तैयार करने के लिए डीआरडीआे को 2023 तक का समय दिया गया है।
प्रोजेक्ट को डीआरडीआे आैर इजरायली एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री मिलकर पूरा करेगी। सौदे के मुताबिक 40 फायरिंग यूनिट आैर करीब 200 मिसाइलों को तैयार किया जाएगा।