बिहार में जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड के दिग्घी गांव में एक ही परिवार के 22 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। परिवार वालों ने कुछ दिन पहले विवाह का आयोजन किया था, जिसमें बोकारो में रहने वाला घर का एक दामाद भी शामिल हुआ था। जानकारी के अनुसार, दामाद में कोरोना के लक्षण दिखे थे। वह सर्दी, खांसी जुकाम से पीड़ित था।
एक ही परिवार के 22 लोग कोविड संक्रमित
लोग किस तरह सरकारी दिशानिर्देशों को तोड़ रहे हैं, यह किसी से छुपा नहीं है। इसका ताजा उदाहरण जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड के दिग्घी गांव में देखने को मिला, जहां जांच के बाद रविवार (17 मई) को आई एक रिपोर्ट में एक ही परिवार के 22 लोग कोविड संक्रमित पाए गए। जानकारी के अनुसार इस परिवार के एक व्यक्ति की पटना में इलाज के दौरान मौत भी हो चुकी है।
घर के मुखिया की हुई मौत
जानकारी के अनुसार, मृतक विद्याभूषण उर्फ लल्लन मंडल के बेटे छोटू की शादी बीते 26 अप्रैल को हुई थी। शादी के कुछ ही दिनों के बाद लल्लन की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। लल्लन की मौत के बाद जब दिग्घी गांव में कोरोना की जांच कराई गई तो लल्लन के परिवार के सभी 22 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले।
गांव वालों ने सैनिटाइजेशन कराने की मांग की
इस घटना के बाद अब पूरे दिग्घी गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग अपने-अपने घरों में बंद हो गए हैं। दुकानें भी नहीं खोली जा रही हैं। ग्रामीणों की मांग है कि पूरे गांव में अब कोरोना की जांच कराई जाए और गांव को सैनिटाइज कराया जाए। इस पूरे मामले की पुष्टि लक्ष्मीपुर रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ. धीरेंद्र कुमार धुसिया ने भी की है। उन्होंने कहा कि गांव में और भी लोगों के जांच के लिए निर्देश दे दिए गए हैं। शादी के आयोजन के बाद कोरोना संक्रमण फैलने को लेकर प्रभारी ने कहा कि इस तरह के आयोजन में संक्रमण तेजी से फैलता है क्योंकि भीड़ और लापरवाही अधिक हो जाती है।