बलिया : प्रायोगिक परीक्षाओं में अधिकतम 75 प्रतिशत अंक के नियम को हटाने के संदर्भ में मंगलवार को छात्र नेताओं ने कुलपति को ज्ञापन सौंपा। छात्र नेताओं ने बताया कि ऐसा कोई भी नियम अन्य किसी भी विश्वविद्यालय में लागू नहीं है।
कुलपति द्वारा लगाया गया प्रतिबंध छात्रहित में नहीं है। इस नियम के कारण छात्र अपनी प्रतिभा को निखार नहीं पाते हैं। अमित कुमार सिंह ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है जिसे छात्र कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस प्रतिबंध के कारण प्रतिभाशाली छात्रों के प्रतिभा का हनन हो रहा है। कई छात्र ऐसे हैं जिन्होंने परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त हुए है परंतु विश्वविद्यालय द्वारा लगाए गए नियम के कारण उन्हें अपनी योग्यता से कम अंक प्राप्त हुए है। इस मौके पर यशवंत राय, लवकुश पटेल, अनुज पांडेय, सौरभ पांडेय, हिमांशु सिंह, आदित्य परिहार, अभिनव सिंह, मोहन सिंह, सूरज सिंह आदि मौजूद थे।