बलिया को देवरिया जिले व बिहार प्रान्त से जोड़ने वाले भागलपुर पुल में दरार पड़ने से लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। वाहन चालकों में तो दहशत की स्थिति है। दो साल पहले भी इसी पुल की बियरिंग के क्षतिग्रस्त होने से 13 माह तक वाहनों का आना-जाना प्रतिबंधित कर दिया गया थ। [yop_poll id=”-3″]
करीब 1185 मीटर लम्बे भागलपुर पुल के जोड़ों में रविवार को दरार बढ़ती देख वाहन चालक सिहर उठे। क्षेत्रीय लोगों ने विभाग को भी इसकी सूचना दे दी है। हालांकि फिलहाल इसके मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका है। लोगों ने कहा कि समय रहते यदि इन दरारों पर ध्यान नहीं दिया गया तो एक बार फिर इस पुल पर आवागमन बाधित हो सकता है। ऐसा हुआ तो एक बार फिर गन्ना किसानों तथा बालू-गिट्टी की ढुलाई कर अपनी गृहस्थी चलाने वाले ट्रक चालकों व कारोबारियों के समक्ष संकट खड़ा हो सकता है। इस समय लगन भी शुरू हो गया है। वाहनों की आवाजाही बंद हुई तो शादी-बरात का आना-जाना मुश्किल हो जायेगा। तब लोगों को 106 किमी से अधिक की दूरी तय कर दोहरीघाट से आवागमन को बाध्य होना पडे़गा। इस पुल का उद्घाटन वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने किया था।