पहले पुलिस के जवान बक्सर मार्ग के नरहीं थाना पर तैनाती के लिए जुगाड़ लगाते थे तो कभी चांद दियर व कोरंटाडीह चौकी के लिए। इधर इस साल से गंगा नदी पर जनेश्वर मिश्र के लगभग बनकर तैयार हो जाने के बाद जवानों को सजा के तौर पर जाने जाना वाला दुबहड़ थाना व गंगा उस पार की शिवपुर दियर पुलिस चौकी अब पहली पंसद होती जा रही है।
कारण कि पुल चालू न होने के कारण भी इस पर बड़े वाहनों का परिचालन भी शुरू हो गहया है। इस पुल के तैयार होने से बिहार के भोजपुर व पटना की दूरी काफी कम हो गई है। इसके कारण तस्करों के लिए यह मार्ग काफी आसान हो गया है। अभी इस पुल मार्ग पर पुलिस के उच्चाधिकारियों का भी ध्यान ज्यादा नहीं जा रहा था। इसी का लाभ लेते हुए दुबहड़ थाने व शिवपुर दियर चौकी के जवान बड़े वाहनों को भी पार कराने लगे और इसके बदले मोटी रकम भी वसूलने लगे। इसको लेकर स्थानीय लोगों का भी विरोध था। इसके बाद भी पुलिस के जवान अपनी दबंगई इसमें लगे रहे। इसकी भनक लगते ही गुरुवार को मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल का पारा चढ़ गया। वे स्वयं मौके पर पहुंच कर स्थिति से अवगत हुए। वहां पर उन्होंने ट्रक चालाकों से बात कर हकीकत की जानकारी ली। इसमें शहर की पुलिस चौकियों की भी संलिप्तता सामने आई है।
पुलिस की बाइक में मिली वर्दी
मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को आते देख जवान अपनी बाइक तक छोड़कर भाग निकले। जवान सादे कपड़े में यह वसूली कर रहे थे। इस पर उन्होंने एडिशनल एसपी संजय कुमार को मौके पर बुलाकर उनकी बाइक को सौंप दिया। पुलिस को इन बाइकों में पुलिस की वर्दी भी मिली।
ये जवान हुए लाइन हाजिर
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने दुबहड़ थाने पर तैनात जवान जगदीश चंद्र, अरुण यादव, विकास वर्मा, अनिल यादव, वीरेंद्र सिंह, महावीर निषाद, मन्नू कुमार, सोनू यादव, मनीष यादव, धर्मेद्र यादव व अरिवंद सिंह को लाइन हाजिर किया है।