राजकोट। गुजरात पुलिस ने राजकोट से डी गैंग के शार्प शूटर रामदास रहाणे सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। चारों जामनगर के शिपिंग कारोबारी अशफाक खत्री की हत्या करने के लिए गुजरात आए थे। पुलिस ने अन्य तीन आरोपियों के नाम नहीं उजागर किए।
पुलिस के मुताबिक, दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस ने अशफाक की हत्या के लिए 10 लाख की सुपारी दी थी। पुलिस ने चारों के पास से एक पिस्टल, छह जिंदा कारतूस, दो चाकू, गाड़ी की नकली नंबर प्लेट और कई सिम कार्ड बरामद किए हैं। माना जाता है कि पाकिस्तान में रहकर अनीस ही दाऊद के अवैध धंधों को संभालता है।
डीसीपी एसआर ओडेडारा ने बताया, वे महाराष्ट्र से निजी बस से राजकोट आ रहे थे। हमें उनके बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। हम राजकोट-अहमदाबाद राजमार्ग पर कड़ी नजर रखे हुए थे।
इसी क्रम में जब बस रुकवाकर तलाशी लेने शुरू की तो चारों की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। रामदास का बड़ा आपराधिक इतिहास रहा है। वह कई वर्षों से डी गैंग के लिए काम कर रहा है। महाराष्ट्र में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले में दर्ज हैं।
राजकोट पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत के अनुसार, चारों ने जामनगर पहुंचकर एक वाहन चुराने का भी योजना बनाई थी, इसलिए वे फर्जी नंबर प्लेट साथ लाए थे। अनुपम के नेतृत्व में ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। ओडेडारा ने बताया, “2011 में अनीस के कहने पर ही उसने बिल्डर मनीष ढोलकिया के दफ्तर में फायरिग की थी। इसमें एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई थी।”