नई दिल्ली: प्रदुषण लोगों की औसत उम्र कम कर रहा है। पूरे देश में प्रदूषण की वजह से सभी की औसत उम्र 1.7 साल कम हो रही है लेकिन सालों भर प्रदूषण की जद में होने के बावजूद दिल्लीवालों की तुलना में राजस्थान, यूपी, हरियाणा, जम्मू कश्मीर और हिमाचल के लोगों की औसत उम्र ज्यादा कम हो रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अपनी स्टडी के जरिए बताया है कि इसकी वजह दिल्ली में हाउसहोल्ड प्रदूषण का लेवल जीरो होना है।
इस स्टडी में आउटडोर Pollution और हाउसहोल्ड प्रदूषण यानी घरों के अंदर अंगीठी जलाने, चूल्हे पर खाना पकाने आदि के आधार पर प्रदूषण से होने वाले असर को आंका गया है। इस आधार पर पूरे देश में प्रदूषण की वजह से लोगों की 1.7 साल औसत उम्र कम हो रही है लेकिन दिल्लीवालों की औसत उम्र केवल 1.6 साल कम हो रही है। सबसे ज्यादा राजस्थान में 2.5 साल उम्र कम हो रही है। यूपी वालों की 2.2 साल , हरियाणा वालों की 2.1 साल औसत उम्र कम हो रही है। यहां तक कि हिमाचल प्रदेश में 1.7 साल और जम्मू-कश्मीर में दो साल उम्र कम हो रही है।
इस स्टडी के बारे में पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन के प्रफेसर ललित डंडोना ने कहा कि यह सच है कि दिल्ली में आउटडोर प्रदूषण पूरे देश में सबसे ज्यादा है लेकिन यहां पर घरों के अंदर पैदा होने वाले प्रदूषण बिल्कुल नहीं है, क्योंकि हर घर में खाना एलपीजी गैस से बनता है इसलिए लोग सीधे-सीधे इससे प्रभावित नहीं होते। उन्होंने कहा कि दिन के अधिकांश समय लोग घरों में रहते हैं और अगर घरों के अंदर प्रदूषण नहीं बन रहा है तो सीधी सी बात है कि इससे कम प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा कि चाहे राजस्थान हो या दूसरे राज्य, वहां आज भी लोग घरों में खाना सॉलिड वेस्ट से बनता है। जब लोग लकड़ी या कोयले जलाकर खाना बनाते हैं तो धुआं बनता है और घर में ही ज्यादा समय ठहर जाता है। चूंकि लोग लंबे समय तक घर में रहते हैं तो उसी हवा में सांस लेते हैं, जो उनके लिए ज्यादा खतरनाक है। वहीं, दिल्लीवालों का अधिकांश समय घर के अंदर, ऑफिस में, मेट्रो में या कार में बीतता है। इसलिए बाहर होने के बाद भी उनका बाहरी प्रदूषण से एक्सपोजर कम होता है। स्टडी में राजस्थान, यूपी, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड का हाउसहोल्ड प्रदूषण ज्यादा पाया गया।