बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने महाराष्ट्र और गोवा में बाढ़ के कहर से जान-माल की भारी क्षति पर रविवार को दुख प्रकट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बाढ़ से बचाव के लिए प्रदेश की सरकार को अभी से सजग होकर कदम उठाने चाहिए।
बसपा प्रमुख ने रविवार को अपने ट्वीट में कहा, ”देश के विभिन्न भागों खासकर महाराष्ट्र और गोवा में बाढ़ की विभीषिका से जान-माल एवं संपत्ति की भारी हानि अत्यंत दुखद है।” पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए मायावती ने कहा, “राज्य सरकारों और केंद्र का भी आपदा के ऐसे मामलों में पूरी संवेदनशीलता से सक्रियता के साथ काम करना जरूरी है।”
पूर्वी उत्तर प्रदेश में हर साल आने वाली बाढ़ से राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को सावधान करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ”उप्र में भी खासकर पूर्वांचल आदि के लाखों परिवार हर वर्ष बाढ़ की भीषण तबाही झेलते हैं, जिसे देखते हुए यहां की सरकार को अभी से ही सजग होकर सावधानी के सभी कदम उठाने चाहिए ताकि वहां जान-माल और पशुधन की बर्बादी तथा लोगों को आगे अति-गरीबी की विपदा से बचाया जा सके।”गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पुणे और कोंकण संभाग में पिछले तीन दिनों में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 112 पर पहुंच गई। मृतकों में सबसे अधिक रायगढ़ जिले के 52 लोग शामिल हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा था कि अगले 24 घंटों में पश्चिमी तट पर बारिश की तीव्रता कम होने के आसार हैं जिससे वर्षा से प्रभावित महाराष्ट्र और गोवा को राहत मिल सकती है।