पाकिस्तान के बम निरोधक दस्ते (बीडीयू) में शामिल होने वाली पहली महिला बन गई हैं रफिया कासिम बेग। 29 साल की रफिया कासिम बेग ट्रेनिंग के वक्त अकेली महिला रहेंगी, साथ ही उनके साथ 31 पुरुष साथी ट्रेनिंग लेंगे।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की रहने वाली रफिया सात सालों से पाकिस्तान पुलिस को अपनी सेवाएं दे रही हैं। वह पाकिस्तान पुलिस में कॉन्सटेबल के रूप में तैनात थीं, बाद में उन्होंने बीडीयू की ट्रेनिंग ली।
बीडीयू में ट्रेनिंग के वक्त रफिया को बम के बारे में सारी जानकारी दी गई, जैसे बम को कैसे पहचाना जाए और उसे किस तरह से डिफ्यूज किया जाए।
रफिया ने इंटरनेशनल रिलेशंस में मास्टर्स की पढ़ाई की है। वह पढ़े-लिखे घर से आती हैं। रफिया ने अर्थशास्त्र में भी मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। उसके बाद उन्होंने इंटरनेशनल रेस्क्यू कमिटी में भी काम किया है। रफिया की पढ़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। वह अभी भी एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं।
ये थी बीडीयू में शामिल होने की वजह
रफिया का कहना है कि उन्हें सात साल पहले ही बीडीयू से जुड़ने की प्रेरणा मिल गई थी। रफिया ने सात साल पहले एक सेशन कोर्ट के पास हुए बम विस्फोट के बाद बीडीयू में शामिल होने की ठान ली थी। देश में बढ़ती आतंकी गतिविधियों ने उन्हें प्रेरित किया।