पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा कि वो मुआवजे को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के खिलाफ आईसीसी में केस दायर करेगा। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज खेलने से साफ इंकार कर दिया है।
खान ने कहा, “राजनीति परिस्थितियों के चलते भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज का संभव हो पाना नजर नहीं आ रहा। दोनों देशों के बीच पहले भी तनाव रहा है, मगर क्रिकेट जारी रहा है। मोदी सरकार के आने के बाद भारत पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से साफ इंकार कर रहा है। भारत ने एसओयू पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत दोनों देशों को 6 द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थी, मगर इसमें से 2 नहीं हो पाई और तीसरी की भी संभावना नजर नहीं आ रही। बीसीसीआई के अड़ियल रुख की वजह से हमें बहुत घाटा हुआ है।”
खान ने कहा कि यदि आईसीसी की समिति भी उनकी मदद नहीं कर पाई, तो पीसीबी बीसीसीआई के खिलाफ कानूनी कदम उठाएगा। खान ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस मुद्दे पर उनका ही पक्ष भारी है। हालांकि, यदि पीसीबी हार जाता है, को वो कानून की मदद लेने से नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय बोर्ड हमारे नुकसान की पूरी भरपाई करे।
शहरयार खान ने कहा कि पाकिस्तान के पास अब कोई विकल्प बाकी नही है। पीसीबी ने साफ किया कि अब वो इंतजार नहीं कर सकता कि बीसीसीआई कब सीरीज के लिए हामी भरेगा। गौरतलब है कि दोनों देशों ने एक दशक से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। साथ ही पाकिस्तान ने साफ किया की वो आईसीसी के नए सुधारों के पक्ष में हैं।
इससे भारत का आईसीसी में वर्चस्व खत्म हो जाएगा। पीसीबी ने आईसीसी को अपना जवाब भेज दिया है। पीसीबी ने तीनों बड़े बोर्ड्स के वर्चस्व को खत्म करने की वकालत की।