बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर तय समय से पहले लोग फर्राटा भर सकेंगे। इस एक्सप्रेसवे का को पहले जनवरी 2023 तक पूरा किया जाना था, लेकिन अब इसे दिसंबर 2021 में इसकी एक लेन शुरू कर दी जाएगी। इस तरह एक साल पहले ही चालू करने की तैयारी है। यही नहीं इस एक्सप्रेसवे के कारण आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर काफी ट्रैफिक भी बढ़ जाएगा। जिसके चलते टोल टैक्स से आमदनी भी दुगनी होने की तैयारी है।
चित्रकूट से इटावा तक बन रहे 296 किमी के बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का 65 प्रतिशत काम अगले फरवरी 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन तेजी से काम होने के कारण एक्सप्रेसव परियोजना अब तक 67.29 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। कोरोना व बारिश के मौसम के कारण काम की रफ्तार भी प्रभावित हुई। यही नहीं एक्सप्रेसवे की 205 किमी लंबाई में मुख्य सड़क बन चुकी है।
यूपीडा ने तय किया है कि इस साल दिसंबर में परियोजना के मुख्य मार्ग की एक लेन और जून 2022 तक मुख्य मार्ग के दोनों लेन चालू हो जाएंगे। इस तरह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर समय से पहले बन कर तैयार हो जाएगा। इससे टोल टैक्स की आमदनी भी शुरू हो जाएगी। यही नहीं डिफेंस कारीडोर का काम इसके जरिए और विकसित होगा। चार लेन का एक्सप्रेसवे इस तरह बनाया जा रहा है ताकि भविष्य में इसे छह लेन किया जा सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह खुद के विचार के बाद इस एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है।
लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे का बढ़ेगा ट्रैफिक
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चालू हो जाने से इसके ट्रैफिक का बड़ा हिस्सा आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर से गुजरेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के रास्ते मध्य प्रदेश से आने वाला ट्रैफिक भी लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर गुजरेगा। इस रास्ते वाया यमुना एक्सप्रेसवे सीधे व कम समय में आगरा, नोएडा व दिल्ली तक पहुंचा जा सकेगा। यूपीडा के मुताबिक बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे होते हुए दिल्ली जाने के लिए करीब दस हजार वाहन रोजाना आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर गुजरेंगे। इससे तीनों एक्सप्रेसवे की टोल टैक्स के जरिए आमदनी में खासा इजाफा होगा।इस आर्टिकल को शेयर करें