उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के सीएम आदित्यनाथ और उनके मंत्री एक्शन में हैं। मुख्यमंत्री की गद्दी संभालते ही प्रदेश में कई प्रमुख आदेश हो चुके हैं। इसमें अवैध बूचड़खाने को बंद करने, सचिवालय व सरकारी इमारतों में पान-मसाले और प्लास्टिक पर बैन जैसे आदेश शामिल है। मुख्यमंत्री भ्रष्ट्राचार की अड्डा बने सरकारी विभाग जहा आम जनता सीधे प्रभावित होती है उन पर तबाड़तोड़ कार्रवाई किया जा सकता है ।
न्यूज एजेंसी के अनुसार, योगी सरकार के बनने के बाद प्रदेश के विभिन्न शहरों में अभी तक 100 से अधिक पुलिसकर्मी सस्पेंड किए जा चुके हैं। सस्पेंड किए गए ज्यादातर पुलिसकर्मी गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा और लखनऊ के हैं। पुलिस अधिकारियों ने सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों को दागी बताया है।
विजली विभाग भी भ्रष्ट्राचार की अड्डा बन चूका है अब इस विभाग के कर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है । लेसा में भी दागी अभियंताओ पर कार्रवाई का संकेत उर्जा मंत्री दे चुके है ।
उत्तर प्रदेश पुलिस के जन संपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने कहा, ‘प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद अभी तक सौ से अधिक पुलिसकर्मी सस्पेंड किए जा चुके हैं। दागी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का फैसला डीजीपी जावीद अहमद के आदेश के बाद लिया गया है।
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह तकरीबन 11:25 पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली पहुंचे थे। यहां उन्होंने पीड़ितों की मूलभूत समस्याओं के साथ पुलिस विभाग में व्यवस्थाओं में कमियों की जानकारी ली। उन्होंने मुकदमों को लिखे जाने और उनके निस्तारण में कितना समय लगता है, इस बाबत वहां काम करने वाले मुंशियों और सिपाहियों से पूछा।