लखनऊ : उत्तर प्रदेश ब्रिज कारपोरेशन में अपने कार्यो को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले दबंग इंजीनियर घनश्याम पाण्डेय का अचानक इस्तीफा सौपना शासन से लेकर विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है . घनश्याम पाण्डेय का चार्ज आगरा जोन के जीएम आरएन गुप्ता ने आज सम्भाल लिया है.
सरकार बदलती रही लेकिन घनश्याम पाण्डेय के हनक में कभी कोई बदलाव नही आई . समाजवादी सरकार में तो पाण्डेय की ताकत ने निगम में इतिहास ही रच दिया रिटायर्ड होने के बाद भी कारपोरेशन के संविधान को बदलकर 6 माह कार्य विस्तार शासन के विशेष आदेश से किया गया . लेकिन भाजपा की सरकार के सत्ता में वापसी के साथ ही यह आशंका व्यक्त किया जाने लगा की मोदी के मूलमंत्र “न खाउंगा न खाने दूगा ” को योगी सरकार ने भी एडाप्ट कर लिया है. तो यूपी ब्यूरोक्रेसी में हडकम्प मच गई और आनन-फानन में पावर कारपोरेशन में पावर के बल पर एमडी बनने वाले एपी मिश्र ने बिना समय गवाए इस्तीफा सौपा दिया तो उसकी आंच सेतु निगम को भी नही छोड़ा और उसी क्रम में कल विशेष कार्याधिकारी घनश्याम पाण्डेय ने भी पीडब्लूडी विभाग के प्र्जेंटेंशन से एक दिन पहले ही ब्रिज कारपोरेशन से नाता तोड़ने में ही भलाई समझी .उनकी जगह पर आगरा जोन के जीएम आरएन गुप्ता को एमडी ने लखनऊ जोंन का जीएम नियुक्त किया जो आज दिन में अपना कार्यभार सम्भाल लिया है .