तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच अमरोहा जिले में वैक्सीन का टोटा खड़ा हो गया है। इस संकट से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने फौरी तौर पर 50 से घटाकर 12 सेशन साइटों पर ही टीकाकरण करा रहा है। विभाग के पास महज तीन दिन का स्टॉक बचा है। अगले दो दिन में वैक्सीन की खेप नहीं मिलने पर टीकाकरण की मुहिम को बीच में ही रोकना पड़ सकता है।
जिले में कोरोना टीकाकरण में इस्तेमाल की जा रही कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टोटा होने से स्वास्थ्य प्रशासन के हाथ-पांव फूले हैं। वैक्सीन के उपलब्ध स्टॉक और रोजाना होने वाली खपत में तालमेल बैठाने के लिए सेशन साइटों की संख्या 50 से घटाकर 12 कर दी गई है। जिले को शासन से दो अप्रैल को वैक्सीन की 15000 डोज मिली थीं। एक सप्ताह बाद भी वैक्सीन की अगली खेप न मिलने से अफसर पशोपेश में हैं। अब विभाग के पास महज तीन दिन का स्टॉक बचा है। अगले दो दिन में वैक्सीन की नई खेप नहीं मिली, तब बढ़ते संक्रमण के बीच हाहाकार मचना तय है।
गौरतलब है कि चालू माह में पॉजिटिव केसों का आंकड़ा बढ़कर 152 हो गया है। संसाधनों के मुकाबले मरीजों की तादाद बढ़ने से अफसरों में हड़कंप मचा है। पॉजिटिव मरीजों के बढ़ते ग्राफ के बीच महकमा एल-2 अस्पताल की तैयारियों में जुटा है। जांचों की संख्या भी बढ़ाकर दोगुना कर दी गई है। ऐसे में वैक्सीन की कमी होने से टीकाकरण को आगे बढ़ाने में अफसरों के पसीने छूट रहे हैं। मालूम हो कि नौ से 23 अप्रैल तक स्वास्थ्य विभाग विशेष टीकाकरण अभियान चला रहा है। अगले दो दिन में जिले को वैक्सीन नहीं मिलने पर टीकाकरण अभियान को बीच में ही रोकना पड़ेगा।
स्टॉक में बची हैं 9840 डोज
अमरोहा। जिले में अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों, हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्करों समेत रोजाना तकरीबन तीन से चार हजार लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के पास कोविशील्ड की 8700 और कोवैक्सीन की 1140 डोज सहित कुल 9840 डोज स्टॉक में बची हैं। उपलब्ध स्टॉक की बात करें तो अगले दो दिन में जिले को नई खेप नहीं मिली तो वैक्सीन के लिए मारामारी की स्थिति बन सकती है।
प्रशासन को उपलब्ध स्टॉक से अवगत कराते हुए वैक्सीन की डिमांड शासन को भेज दी गई है। जिले को जल्द ही वैक्सीन की नई खेप मिलने की उम्मीद है।