नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार के गरीबों की जो मांग थी, उसे हमने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया था। राज्य में अगर गरीबों की सरकार होती तो वंचित समाज की सभी मांगें अब तक पूरी हो जातीं। लेकिन, बिहार की मौजूदा सरकार में गरीबों की कोई मांग पूरी नहीं होने वाली है।
एक पोलो रोड में शनिवार को रविदास चेतना मंच की ओर से आयोजित संत शिरोमणि गुरु रविदास की 644वीं जयंती समारोह में तेजस्वी ने राज्य व केंद्र सरकार,दोनों पर निशाना साधा। कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के संविधान पर खतरा है। उनके दिए गए आरक्षण को छीना जा रहा है। बाबा साहब ने जितनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी की बात की थी। शोषित, पीड़ित, वंचितों को कैसे मुख्यधारा में लाया जाए, इसके लिए वे काम किए। लेकिन मौजूदा केंद्र सरकार दलित व आरक्षण विरोधी है। अगर हमलोग सड़क पर नहीं उतरते तो एससी-एसटी एक्ट को भी बदल दिया जाता। जहां-जहां आरक्षण लागू है, सरकार उन संस्थाओं को बेचने में लगी है। राजद की मांग है कि सरकार निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू करे।
वहीं पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि आरक्षण और संविधान को समाप्त करने में सरकार लगी हुई है। ऐसे मौके पर लालू प्रसाद याद आ रहे हैं, जिन्होंने वंचितों को उनका जायज हक दिलाया। आज सरकार लैटरल इंट्री के माध्यम से आरक्षण समाप्त करने पर तुली है। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि सबों के सामने संविधान बचाने की चुनौती है। इसकी रक्षा के लिए राजद कटिबद्ध है।