पेंट्रीकार वाली ट्रेनों में इन दिनों संचालक और वेंडर जमकर मनमानी कर रहे हैं। सिर्फ पैक्ड आइटम की बिक्री की अनुमति के बाद भी पेंट्रीकार में पकाकर व्यंजन परोस रहे हैं। वह भी पूर्व निर्धारित मूल्य से अधिक। बिल मांगने पर सीधे इनकार कर रहे हैं।
पेंट्रीकार में सिर्फ पैक्ड आइटम की बिक्री की अनुमति की बात तब सामने आई जब शहर के एक जागरूक यात्री अक्षत रूंगटा ने पेंट्रीकार वेंडर से कटलेट ऑर्डर किया। वेंडर ने कटलेट दिया और पूर्व में निर्धारित 40 रुपये की बजाय 50 रुपये वसूला। अक्षत ने जब बिल मांगा तो वेंडर से बिल देने से साफ मना कर दिया। बिल न देने पर अक्षत रूंगटा ने आईआरसीटीसी के सीएमडी और रेल मंत्रालय को ट्वीट कर इसकी शिकायत की।
शिकायत के बाद आईआरसीटीसी तुरंत एक्टिव हो गया और अक्षत रूंगटा को फोन कर बताया कि पेंट्रीकार से सिर्फ पैक्ड आइटम की ही बिक्री की अनुमति दी गई है। पेंट्रीकार में कुछ भी बनाने की अनुमति नहीं है। आईआरसीटीसी ने अक्षत रूंगटा की शिकायत का संज्ञान लेते हुए सम्बंधित पेंट्रीकार फर्म के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
आईआरसीटीसी ने दिखाई सख्ती
रेलवे में सफर करने वाले यात्रियों से ट्रेन की पैंट्रीकार की अनियमितता की काफी शिकायतें आती हैं। यात्रियों से खाने, चाय, बिस्किट या कोल्ड ड्रिंक आदि के लिए प्रिंटेड मूल्य से अधिक रकम वसूलने पर भी रेलवे की नजर है। फिलहाल अभी सिर्फ दो ब्रांडेड कंपनियों के पैक्ड उत्पाद बेचने की अनुमति दी गई है। अगर कोई पेंट्रीकार में कुछ पकाकर सप्लाई कर रहा है तो सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जो वस्तु देगा उसके बदले बिल देना जरूरी है। अगर वेंडर बिल न दे तो यात्री उसका भुगतान न करें।