मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को गंडक नदी के सारण तटबंध पर चल रहे कटावरोधी कार्यों का स्थल मुआयना किया। उन्होंने कहा कि सारण तटबंध का पक्कीकरण भी किया जाएगा। तटबंध के आसपास जहां आबादी है, वहां स्टील शीट पाइल लगाया जाएगा। कहा कि तटबंध की सुरक्षा जरूरी है। ताकि लोगों को फिर से बाढ़ की परेशानी नहीं झेलनी पड़े। गौरतलब है कि सारण तटबंध गोपालगंज में 72 किमी और छपरा में 80 किमी है।
सीएम नीतीश कुमार ने रविवार की दोपहर गोपालगंज के बैकुंठपुर के पकहां में टूटे जमींदारी बांध के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के दौरान जल संसाधन विभाग के आला अधिकारियों को निर्देश दिया कि नेपाल के पानी से कभी भी बाढ़ आ सकती है। पिछले वर्ष चार लाख क्यूसेक पानी से ही तबाही हो गई। इसलिए सारण तटबंध से लेकर जमींदारी बांध तक सभी को मजबूत करें। ताकि दोबारा लोग बाढ़ से प्रभावित न हों। 15 मई तक सभी बाढ़ निरोधात्मक कार्य पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
जमींदारी बांध के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के बाद सीएम ने सारण के पानापुर स्थित करचोलिया में सारण तटबंध पर चल रहे कटाव रोधी कार्यों का निरीक्षण किया और अभियंताओं को कई जरूरी निर्देश दिए और बरसात से पहले निरोधात्मक कार्य पूरा करने का जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को टास्क दिया।
सत्तरघाट पुल का एप्रोच रोड बाढ़ में न टूटे
सीएम नीतीश ने कहा कि सत्तरघाट पुल व उसके एप्रोच रोड बाढ़ में टूटे नहीं इसके लिए पथ निर्माण विभाग के सचिव को निर्देश दिया जा रहा है कि वे एक बार यहां आकर देख लें ताकि सड़क बाढ़ व बरसात के दिनों में टूटे नहीं। सीएम ने कहा कि नेपाल से पानी आने का खतरा हमेशा बरकरार है, इसलिए अभियंताओं को एक बार फिर सभी संवेदनशील जगहों का निरीक्षण कर बांध को मजबूत करने के लिए हर जरूरी कदम समय रहते उठाना होगा।
सुनेंगे, समझेंगे और सुझाव लेंगे, इसीलिए कर रहे निरीक्षण
सीएम नीतीश ने निरीक्षण के दौरान कहा कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र व सारण तटबंध का हवाई सर्वेक्षण तो कर चुके थे लेकिन उनकी इच्छा थी कि वे धरातल पर पहुंचकर जहां-जहां बाढ़ कटाव रोधी काम चल रहा है उसका जायजा मौके पर जाकर करें। यह भी इच्छा थी कि मौके पर जाकर वहां के लोगों की समस्याओं को समझेंगे, लोगों की सुनेंगे और उनसे जरूरी सुझाव लेकर उसका जल्द निदान करेंगे।