छात्रों को भविष्य में जिम्मेदार मतदाता बनाने के लिए चुनाव आयोग इससे जुड़े विषय को माध्यमिक स्तर पर स्कूली पाठ्यक्रमों में शामिल कराना चाहता है। इस कड़ी में चुनाव आयोग ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को माध्यमिक स्कूल स्तर पर ‘इलेक्टोरल लिटरेसी’ को पाठ्यक्रमों में शामिल करने का सुझाव दिया है। आयोग चाहता है कि पाठ्यक्रम में इसे जगह देने के बाद एनसीईआरटी परीक्षाओं में इससे संबंधित सवाल भी पूछे जाएं। इससे छात्रों में मतदान और राजनीति के प्रति स्वत: ही जागरूकता आएगी।
दरअसल, बीते साल ही वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को इस आशय का पत्र लिखा था। जावड़ेकर ने इसके जवाब में कहा था कि चूंकि पाठ्यक्रमों में शामिल करने का फैसला एनसीईआरटी करता है। ऐसे में उन्होंने चुनाव आयोग की सलाह को एनसीईआरटी को भेज दिया है।
जावड़ेकर ने जैदी को सरकार की ओर से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाने की भी याद दिलाई थी। इसके अलावा उन्होंने इस मामले में आयोग के साथ सहयोग करने का भी आश्वासन दिया था। जैदी ने जावड़ेकर को एक बार फिर से आयोग के सुझाव की याद दिलाने और भावी मतदाताओं को जागरूक बनाने के लिए इससे जुड़े विषय को पाठ्यक्रमों में जगह देने की मांग की है।