बिजली निगम के इंजीनियर गोरखपुर मंडल के 2.50 लाख उपभोक्ताओं को हर महीने तगड़ी चपत लगा रहे हैं। इनके कनेक्शन पर इंजीनियरों ने मीटर नहीं लगाए जिससे इन्हें हर महीने 1050 रुपये का फिक्स बिल भरना पड़ रहा है। इनका बिल मीटर की रीडिंग से बनता तो इन्हें हर महीने करीब 700 रुपये ही भरने पड़ते। इस हिसाब से करीब 9 करोड़ की चपत हर महीने लग रही है। 31 दिसम्बर तक मीटर लगाने का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाने पर पूर्वांचल एमडी ने पांच वितरण मण्डलों के अधीक्षण अभियंताओं को आरोप पत्र देकर सप्ताहभर में जवाब मांगा है। इसको लेकर अभियंताओं में हड़कंप मचा है।
दरअसल गोरखपुर जोन के पांच वितरण मण्डलों में करीब 20 लाख कनेक्शन हैं। इनमें से करीब 2.50 लाख कनेक्शनों पर लाख कोशिशों के बावजूद अब तक मीटर नहीं लग पाया है। लाकडाउन व कोरोना संक्रमण काल के दौरान पावर कारपोरेशन ने अभियंताओं को निर्देश दिए थे कि 31 दिसम्बर तक हर हाल में इन कनेक्शनों पर मीटर लगवाएं। इसके बाद भी लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया।
मीटर लगाने का लक्ष्य नहीं पूरा होने पर पूर्वांचल वितरण निगम के एमडी डॉ. सरोज कुमार ने देवरिया, महराजंगज, कुशीनगर, गोरखपुर ग्रामीण मण्डल प्रथम, गोरखपुर ग्रामीण मण्डल द्वितीय के अधीक्षण अभियंताओं को आरोप पत्र जारी किया है। उन्होंने सप्ताहभर के अन्दर सभी अभियंताओं से सात विन्दुओं पर जवाब तलब किया है।
शनिवार को आए 1500 मीटर
बिजली मीटर की किल्लत से जूझ रहे सेण्ट्रल स्टोर में शनिवार को 1500 मीटर आए। इसमें से ग्रामीण एसई ने तीन ठेकेदारों को 400-400 मीटर मुहैया कराए। सप्ताहभर में इन मीटरों को अनमीटर्ड कनेक्शनों पर लगाने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि स्टोर में और मीटर आने वाले है। इसके साथ ही एक फर्म के पास करीब 3500 मीटर पड़े है। वे मीटर भी इन ठेकेदारों को देकर लगवाया जाएगा।
वितरण मण्डलों में अनमीटर्ड उपभोक्ता
वितरण मण्डल अनमीटर्ड कनेक्शन
ग्रामीण वितरण मण्डल प्रथम 34563
ग्रामीण वितरण मण्डल द्वितीय 45859
देवरिया वितरण् मण्डल 80009
कुशीनगर वितरण मण्डल 44639
महराजगंज वितरण मण्डल 51132
पूर्वांचल एमडी ने जोन के सभी पांच मण्डलों के एसई को आरोप पत्र दिया है। इन लोगों को अनमीटर्ड कनेक्शनों पर मीटर लगवाने थे। एमडी ने इन सभी की लापरवाही मानते हुए आरोप पत्र देकर सप्ताहभर में जवाब तलब किया है। कोरोना काल में इन लोगों ने मीटर लगवाने की कोशिश नहीं की अन्यथा यह नौबत नहीं आती।