बलिया के पिलुई गांव निवासी अजय सिंह ने सोमवार सुबह शिवजी राजभर के पुत्र कन्हैया को खेत में बकरी चराने से मना किया था। इसको लेकर विवाद हो गया था, लेकिन मामला शांत हो गया था। अजय के पुत्र स्वतंत्र ने बताया कि अगले दिन मंगलवार को खेत के किनारे रोपे गए पौधे से होकर श्रीकिशुन भारती ट्रैक्टर लेकर जा रहा था।
अजय सिंह ने उसे मना किया तो उस समय वह चला गया। इसके बाद अजय पिलुई खेजूरी मोड़ स्थित बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान पर चले गए। इस दौरान लगभग 50 राजभर और दलित वर्ग के लोग वहां पहुंचे और अजय सिंह (50) औक उनके पुत्र गोलू व भोलू पर हमला कर दिए। इस दौरान अजय सिंह गड्ढे में गिर गए।अजय सिंह के गड्ढे में गिरने के बाद भी हमलावर उनको पीटते रहे। लोगों ने किसी तरह से घायलों को पीएचसी पहुंचाया। वहां से अजय को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने खेजुरी त्रिमुहानी मार्ग 11 बजे जाम कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। सूचना पर क्षेत्राधिकारी बांसडीह और पुलिस फोर्स पहुंच गई। सीओ के आश्वासन पर ग्रामीणों ने एक बजे जाम खत्म किया।