इंदौर। कोरोना महामारी के दौरान लगातार कर्फ्यू लगने से इलेक्ट्रानिक्स और इलेक्ट्रिकल का क्षेत्र भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। खासकर रोजमर्रा में काम आने वाले उपकरणों में लगने वाले पार्ट्स की कमी आने से इन्हें सुधरवाने में बड़ी परेशानी आ रही है। मोबाइल, लैपटाप, एलईडी, फ्रीज, वाशिंग मशीन और एसी जैसे उपकरणों के पार्ट्स दिल्ली और अन्य देशों से मंगाए जाते हैं। ज्यादातर सामान चीन, जापान, इंडोनेशिया, अमेरिका और अन्य देशों से मंगाया जाता है। यह दिल्ली और मुंबई के रास्ते शहर में पहुंचता है। दो महीनों में खराब हुए उपकरणों को सुधरवाने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वारंटी में चल रहे कई कंपनियों के उत्पादों को सुधरवाने में भी समय लग रहा है। कंपनियों का कहना है कि रिपेयरिंग केंद्र बंद है और इस समय पार्ट्स भी नहीं आ रहे हैं इसलिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। शहर के महारानी रोड क्षेत्र की दुकानें भी बंद होने से उपकरणों के पार्ट्स उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। प्रशासन की ओर से भी रिपेयरिंग केंद्रों को खोलने की अनुमति नहीं है। ऐसे में लोग अपने स्तर पर इंजीनियर की तलाश करके काम करवा रहे हैं लेकिन वे भी बहुत सामान्य परेशानियों को ही दूर कर पा रहे हैं।
परिचितों के उपकरण सुधार देते हैं
विजय नगर स्थित इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों की दुकान संचालित करने वाले विजय ठाकुर का कहना है कि जब से शहर बंद है, काम पूरी तरह बंद करना पड़ा। कालोनी के कई परिचित उपकरणों को सुधरवाने का निवेदन करते हैं तो घर पर ही थोड़ा बहुत काम करके दे रहे हैं। हालांकि अभी बहुत जरूरी उपकरणों को ही सुधारने पर जोर दे रहे हैं। इसमें मोबाइल, कंप्यूटर सिस्टम और टीवी मुख्य हैं। पहले से बचे हुए सभी पार्ट्स अब खत्म हो गए इसलिए सभी को इंतजार करने के लिए कह रहे हैं।
कंसंट्रेटर के भी उपकरण नहीं मिल रहे
महामारी के प्रकोप में आक्सीजन कंसंट्रेटर की आवश्यकता भी लोगों को हो रही है। कई ने महंगे दामों पर इन्हें खरीदा है। हालांकि चीन के बने कंसंट्रेटर कुछ ही दिन में खराब हो रहे हैं। इन्हें भी सुधरवाने में परेशानी आ रही है। वारंटी के लिए कंपनियां इंतजार करने के लिए कह रही हैं। इलेक्ट्रानिक इंजीनियर प्रदीप शर्मा का कहना है कि कंसंट्रेटर के फिल्टर, पावर सप्लाई और कुछ बेसिक सामान ही मिल पा रहा है। महालक्ष्मी नगर में मोबाइल रिपेयरिंग करने वाले रवि कुमार का कहना है कि मोबाइल के फोल्डर, आइसी, डिस्प्ले और पावर सप्लाई से संबंधित सामग्री की कमी बनी हुई है। इसके चलते घर पर मोबाइल सुधरवाने आने वाले कई लोगों को वापस भेजना पड़ रहा है।