कल्पना चावला के बाद भारतीय मूल की एक और बेटी अंतरिक्ष के सफर पर रवाना होने जा रही है। 34 वर्षीय सिरिषा बांडाला अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की तीसरी महिला होंगी। एरोनाटकल इंजीनियर वर्जिन गैलेक्टिक टेस्ट फ्लाइट से रवाना होंगी।
गैलेक्टिक की वेबसाइट पर एक बयान के मुताबिक परड्यू विश्वविद्यालय की छात्रा रहीं, बांदला, यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा से एक प्रयोग का इस्तेमाल कर मानव-प्रवृत्त अनुसंधान अनुभव का मूल्यांकन करेंगी जिसमें हाथ में पकड़े जाने वाले ट्यूबों को उड़ान के दौरान विभिन्न मौकों पर सक्रिय किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने एक बयान में बताया कि बांदला ने जनवरी 2021 में वर्जिन गैलेक्टिक में सरकारी मामलों और अनुसंधान कार्यों के उपाध्यक्ष के रूप में अपनी पारी शुरू की थी।
आंध्र प्रदेश के गुंटुर जिले में जन्मीं और अमेरिका के ह्यूस्टन, टेक्सास में पली बढ़ीं बांडला कंपनी के अरबपति संस्थापक सर रिचर्ड ब्रानसन और पांच अन्य के साथ वर्जिन गैलेक्टिक स्पेसशिप से न्यू मैक्सिको से रवाना होंगी।
बांडाला ने ट्वीट किया, ”मैं बेहतरीन क्रू #Unity22 का हिस्सा होने और एक ऐसी कंपनी का में होने पर बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं, जिसका मिशन अंतरिक्ष सबके लिए उपलब्ध कराने का है।” वर्जिन गैलेक्टिक पर बताए गए प्रोफाइल के मुताबिक, बांडाला अंतरिक्ष यात्री नंबर 004 होंगी और फ्लाइट में उनकी भूमिका रिसर्चर एक्सपीरियंस की होगी। कल्पना चावला और सुनीती वीलियम्स के बाद स्पेश में जाने वाली वह भारतीय मूल की तीसरी महिला होंगी।
6 जुलाई को वर्जिन गैलेक्टिक के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में बांडाला ने कहा, ”जब पहली बार मैंने सुना कि मुझे यह मौका मिला है, मैं निशब्द रह गई। अलग-अलग पृष्ठभूमि, भौगोलिक और अलग समुदायों के लोगों के साथ अंतरिक्ष में होना वाकई शानदार है।”