औरैया जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उन्नाव के हसनगंज से पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें हिरासत में लेने के बाद धौरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में रखा गया। हिरासत की जानकारी मिलते ही यूपी के कई जिलों में सपा कार्रकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन जारी कर दिया। इलाहाबाद में सपा कार्रकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान दो बसों में तोड़फोड़ की। वहीं कुछ कार्यकर्ताओं ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस रोड जाम किया दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सड़क मार्ग से औरैया जाने की सूचना पर बुधवार की सुबह से ही पुलिस मुस्तैद हो गई। हाईवे पर वाहनों की सघन चेकिंग शुरू कर दी गई। शिवराजपुर के पास पूर्व मुख्यमंत्री के आने की सूचना पर पहुंचा स्कार्ट को रोक लिया गया। स्कार्ट के लोगों से रोक टोक कर रहे पुलिस कर्मचारियों की कहासुनी भी हो गई। कन्नौज एसपी के नेतृत्व में पुलिस बल एक-एक वाहनों पर पैनी नजर रखे रहा। शिवराजपुर दुबियाना क्रासिंग के पास प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम समर्थकों के साथ यहां से गुजरे।
उनके वाहनों को रोककर पुलिस ने घेरे में ले लिया। नरेश उत्तम के साथ आर्यनगर के विधायक अमिताभ वाजपेयी और समर्थकों को भी रोक लिया गया। सपाइयों ने सड़क पर लेट कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुंडा गर्दी नहीं चलेगी, प्रदीप यादव को रिहा करो जैसे सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों में टकराव की नौबत आ गई।
पुलिस जीप को घेर लिया गया। पुलिस और नेताओं में धक्कामुक्की और कहासूनी भी हुई। मामला बढ़ता देख पुलिस ने सभी नेताओं को हिरासत में लिया। हिरासतम में लिए गए सभी सपा नेताओं को समर्थकों के साथपुलिस वाहन से पुलिस लाइन के लिए रवाना कर दिया गया। शिवराजपुर डाक बंगला रोड पर भी पुलिस ने नाकेबंदी कर वाहनों की तलाशी ली।
दोपहर लगभग 11 बजे उन्नाव क्षेत्र के हसनगंज में अखिलेश यादव का काफिला रोक लिया गया। यहां पर पुलिस और सपा समर्थकों के साथ कहासुनी शुरू हो गई। पुलिस ने अखिलेश को हिरासत में लेकर कृषि विज्ञान केंद्र भेज दिया। नेता की गिरफ्तारी की सूचना पर काफी संख्या में कार्यकर्ता यहां पहुंच गए। समर्थकों नारेबाजी लगाते रहे। कई समर्थकों और नेताओं को अखिलेश यादव के साथ ही गिरफ्तार कर लिया गया। सपाइयों ने आगरा एक्सप्रेस वे पर भी प्रदर्शन किया।
औरैया में जिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन के दौरान हुए बवाल के दौरान हुई हिंसा में झांसी के भाजपा विधायक की गाड़ी तक फूंक दी गई। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के साथ नामांकन कराने जाने की जिद पर हुए बवाल में लाठीचार्ज, पथराव हुआ। आंसू गैस तक का पुलिस को इस्तेमाल करना पड़ा। पूर्व विधायक, एमएलसी समेत कई लोग हिरासत में लिए गए। सपाइयों ने सरकार के खिलाफ औरैया कूच का ऐलान कर दिया। इस कड़ी में धरपकड़ की गई।