नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने पृथ्वी की चार तस्वीरों का एक सेट जारी किया है, जो चंद्रयान-2 ने शनिवार रात 10.58 से 11.07 बजे के बीच ली गई थीं। इस मिशन को 22 जुलाई को लॉन्च किया गया था। अगर भारत चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर लेता है, तो ऐसा करने वाला वह चौथा देश बन जाएगा। चंद्रयान 2 का लक्ष्य चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर भारत को इस तरह के चुनौतीपूर्ण मिशन में सिद्धहस्त करना है।
इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया कि तस्वीरें क्रिस्टल क्लियर हैं और अंतरिक्ष यान पूरी तरह से सामान्य है। यह चित्र लगभग 5,000 किमी की दूरी से और अंतरिक्ष यान पर लगे LI4 कैमरे द्वारा लिया गया था। तस्वीरों में प्रशांत महासागर और अमेरिकी महाद्वीप के कुछ हिस्सों को देखा जा सकता है।
चंद्रयान 2 को 44 मीटर लंबे जीएसएलवी एमके 3 रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजा गया था, जो भारत का सबसे बड़ा और शक्तिशाली रॉकेट है। इसमें एक ऑर्बिटर, एक लैंडर ‘विक्रम’ और एक चंद्रमा रोवर ‘प्रज्ञान’ है। इसरो के संस्थापक और प्रख्यात वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के नाम पर लैंडर का नाम विक्रम रखा गया है।
यह छह या सात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाइव देखेंगे। बताते चलें कि साल 2014 में बेंगलुरु के मिशन ऑपरेशन सेंटर में पीएम मोदी उस वक्त भी मौजूद थे, जब मंगलयान को मंगल की कक्षा में ले जाया गया था।
इस बीच एक और अच्छी खबर यह है कि प्रधानमंत्री ने बीते दिनों मन की बात कार्यक्रम में देश के छात्रों के लिए घोषणा की थी कि जल्द ही वे एक क्विज को शुरू करेंगे। इसके सही जवाब देने वाले छात्रों को उनके साथ चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखने का मौका मिलेगा।
यह स्पेस क्विज 10 अगस्त को शुरु होकर 20 अगस्त तक चलेगा, जिसके जवाब mygov.in पर दिए जा सकते हैं। इसके लिए 300 सेकंड में 20 सवालों के सही जवाब देने होंगे, जो मल्टीपल च्वाइस यानी बहुविकल्पीय होंगे। हर राज्य से दो विजेता छात्र-छात्राओं को पीएम मोदी के साथ चंद्रयान 2 की सॉफ्ट लैंडिंग देखने का मौका मिलेगा।