घाटी में बैंक लूट की आतंकियों के नए ट्रेंड से सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं। नब्बे के दशक में जब आतंकवाद चरम पर था तब भी आतंकियों ने कभी लूट की घटनाओं को अंजाम नहीं दिया था। न तो कभी कोई बैंक और न ही किसी दुकान को लूटा गया था।
अब मोदी सरकार की नोटबंदी की घोषणा के बाद बैंक लूट तथा लूट के प्रयास की पांच घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिए हैं। माना जा रहा है कि बड़े नोट बंद होने के बाद से पैसे की तंगी झेल रहे आतंकियों ने बैंक लूट की साजिश रची है।
आठ नवंबर को नोटबंदी के बाद से बडगाम जिले के चरारे शरीफ, बीरवाह तथा पुलवामा में हथियारबंद आतंकियों ने बैंक लूट की वारदात को अंजाम दिया। श्रीनगर तथा बाहरी इलाके में दो बैंकों में लूट की कोशिश की गई थी, लेकिन आतंकी सफल नहीं हो सके। चरारे शरीफ में लूट की घटना में लश्कर के चार ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार कर घटना का पुलिस ने पर्दाफाश करने का दावा किया था।