विकास बागी, वाराणसी। शिवनगरी काशी वाराणसी आतंकियों के निशाने पर है। कुछ इस्लामिक आतंकियों ने अपने ट्विटर एकाउंट पर चल रहे गजवा-ए-हिद के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत व हिदू विवेक केंद्र से जुड़े लोगों की हत्या के साथ ही दिल्ली-काश्मीर समेत अन्य स्थानों पर आतंक फैलाने से संबंधित ट्वीट किया है। ट्वीट के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
ट्विटर एकाउंट ‘सरियॉज बी दी मैन’ की ओर से किए गए एक ट्वीट में हथियारबंद एक युवक की फोटो अपलोड की गई जिसमें उसका नाम उस्मा लशरी बताया गया है। उस्मा लशरी गजवा-ए-हिद (भारत के खिलाफ जिहाद) के लिए आतंक फैलाने की साजिश रच रहे ‘दी बैंड ऑफ सेवन’ का सदस्य है। उस्मा लशरी को योगी आदित्यनाथ, मोहन भागवत के साथ ही वाराणसी से कोलकाता तक फैले हिदू विवेक केंद्र से जुड़े लोगों को मारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अपलोड फोटो के मुताबिक शाहिन तीन (पाकिस्तान की उन्नत मिसाइल) को वाराणसी से कोलकाता के बीच पिन प्वांइट करना है।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े दी बैंड ऑफ सेवन द्वारा तैयार आतंकी हरकतों कोअंजाम देने के लिए लशरी का कोडवर्ड मरखोर रखा गया है। ट्वीट में कहा गया है कि मरखोर गजवा-ए-हिद का सबसे सक्रिय खिलाड़ी है और युद्ध के लिए तैयार सबसे अग्रिम पंक्ति में वह है।
पुलवामा हमले से पहले पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सम्मेलन का वीडियो जारी हुआ था। नवंबर 2017 के उस वीडियो में संगठन से जुड़े आतंकियों ने संकल्प लिया कि भारत-पाकिस्तान के बीच चाहे जैसे संबंध रहें, वह अपना गजवा-ए-हिद (भारत के खिलाफ जिहाद) जारी रखेगा।