लोकतांत्रिक तरीके से अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक कई विवादों में मीडिया के निशाने पर आ चुके हैं। हाल ही में अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे करने के बाद ट्रंप ने हैरिसबर्ग की रैली में मीडिया की भी जमकर आलोचना की थी। इसके बाद अब उन्होंने अमेरिकी संविधान को बुरा बताया है।
फॉक्स न्यूज के साथ एक इंटरव्यू के दौरान रिपब्लिकन नेता ने अमेरिकी संविधान का ‘प्राचीन’ बताते हुए कहा कि यह देश के लिए बुरा है। ट्रंप को इसका खामियाजा अपने यात्रा प्रतिबंध के फैसले पर भुगतना पड़ा था, जहां उन्होंने 7 मुस्लिम देशों के लोगों के अमेरिका आने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद अमेरिकी कोर्ट के फैसले ने उन्हें नया कानून लाने पर मजबूर किया। इसके अलावा उन्हें हेल्थकेयर बिल पर भी मुंह की खानी पड़ी थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “100 दिन पहले मैने शपथ ली थी। हमने प्रण लिया था कि राजनैतिक शक्ति एक पार्टी से दूसरी पार्टी को ट्रांसफर नहीं होगाी, बल्कि ताकस वॉशिंगटन से फिर अमेरिकी जनता को दी जाएगी। हम हर विभाग में जनता के लिए समर्पित हैं। घट रहे मिडल क्लास, खुले बॉर्डर और नौकरियों के छंटनी के बीच, दशकों में ऐसी सरकार आई है जो अमेरिकी जनता के लिए काम कर रही है।”