वॉशिंगटन। अमेरिका की एक बायोटेक कंपनी का कहना है कि इसकी प्रयोगात्मक दवा को एक प्रमुख सरकारी अध्ययन में नए कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी पाया गया है। इस दवा का सख्त परीक्षण किया गया था। गिलियड साइंसेज के रेमेडिसविर (remdesivir) इस वायरस के खिलाफ इस तरह के परीक्षण को पारित करने वाला पहला उपचार होगा। इस महामारी की वजह अब तक दो लाख 18 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
एक इलाज मिलने से वैश्विक महामारी पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, खासकर क्योंकि स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि किसी भी वैक्सीन के बनने की संभावना एक वर्ष से पहले नहीं है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा किए गए अध्ययन ने दुनिया भर के लगभग 800 अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस रोगियों में सामान्य देखभाल बनाम रेमेडिसविर का परीक्षण किया। मुख्य परिणाम यह है कि रोगियों को ठीक होने में कितना समय लगता है।
हालांकि, गिलियड ने बुधवार को इस अध्ययन के परिणामों पर कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन उम्मीद है कि वह जल्द ही इसके बारे में एक घोषणा कर सकता है। NIH अधिकारियों ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया।