आयोग के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक, बिजली दर प्रस्ताव पर सुनवाई पूरी होने के एक हफ्ते के भीतर नई दरों का ऐलान हो जाएगा। नए टैरिफ में बिजली की दरें बिजली कंपनियों द्वारा प्रस्तावित दरों के आसपास ही रहने की बात कही जा रही है। दरों में औसतन 15 से 18 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। नई दरों में उपभोक्ताओं द्वारा वसूले जाने वाले फिक्स्ड चार्ज को भी बढ़ाया जा सकता है।
यह है प्रस्ताव शहरी और ग्रामीण सभी उपभोक्ताओं की दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पावर कॉरपोरेशन ने नियामक आयोग को दिया है। उसमें शहरी मीटर्ड उपभोक्ताओं के साथ, ग्रामीण किसानों की बिजली दरों में भी बढ़ोतरी की बात कही गई है। घरेलू शहरी उपभोक्ताओं का फिक्स्ड चार्ज 100 रुपये प्रति किलोवॉट से बढ़ाकर 110 रुपये प्रति किलोवॉट करने का प्रस्ताव दिया गया है। अभी बीपीएल घरेलू उपभोक्ताओं से प्रति किलोवॉट 50 रुपये फिक्स्ड चार्ज लिया जाता है। इसे बढ़ाकर 75 रुपये प्रति किलोवॉट करने का प्रस्ताव कॉरपोरेशन ने दिया है। अनमीटर्ड किसानों को 150 रुपये प्रति बीएचपी हर महीने देना पड़ता है। इसे भी बढ़ाकर 170 रुपये प्रति बीएचपी करने का प्रस्ताव है।
रेग्युलेटरी सरचार्ज होगा खत्म
नए टैरिफ में बिजली उपभोक्ताओं की दरें तो बढ़ सकती हैं, लेकिन इस बार बिजली बिल में लगने वाले रेग्युलेटरी सरचार्ज से राहत मिल सकती है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य विद्युत नियामक आयोग रेग्युलेटरी सरचार्ज की व्यवस्था पूरी तरह खत्म कर सकता है। इसके अलावा समय पर बिजली बिल जमा करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को मिलने वाली छूट को 0.50% से बढ़ाकर 5% तक किया जा सकता है। इसके अलावा उद्योगों का बिल समय पर जमा करने पर 2.50% की छूट का प्रावधान किया जा सकता है।
शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए प्रस्तावित दरें
यूनिट वर्तमान दर (रुपये) प्रस्तावित दर (रुपये)
0-150 4.90 6.20
151-300 5.40 6.50
301-500 6.20 7.00
500 के ऊपर 6.50 7.50