कंपनी ने इसकी जानकारी व्हाट्सऐप और टेलीग्राम को दे दी है और बताया है कि हैकर्स एक इमेज भेजकर यूजर्स के मैसेज में सेंध लगा सकते हैं। दावे के मुताबिक हैकर्स एक मासूम से दिखने वाली इमेज यूजर्स को मैसेज में भेजते हैं और यूजर्स के इमेजे के डाउनलोड करते ही हैकर्स फोटो, शेयर्ड फाइल, चैट हिस्ट्री तक पढ़ सकते हैं। हालांकि कंपनी ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हैक करने का तरीका नहीं बताया है।
चेक प्वाइंट ने इस बात का खुलास नहीं किया है कि कितने अकाउंट हैकर्स हैकर्स के कब्जे में हैं, हालांकि यह खतरा ब्राउजर में व्हाट्सऐप और टेलीग्राम यूज करने वाले अकाउंट ही हैक हो सकते हैं। कंपनी के मुताबकि ऐप पूरी तरह से सुरक्षित है। बता दें कि हाल ही में चेक प्वॉइंट ने दावा किया था कि सैमसंग, ओप्पो, शाओमी और गूगल जैसी कंपनियों के 38 डिवाइस में प्री-इंस्टॉल मालवेयर आ रहे हैं जिसे हटाना यूजर्स के बस की बात नहीं है।