पटना सहित सूबे के 26 जिले शीतलहर की चपेट में हैं। पूरा सूबा ठंड की ठिठुरन झेल रहा है। दिन और रात के तापमान में आई कमी से लोग असहज हैं। कड़ाके की ठंड की स्थिति को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने 21 दिसंबर की सुबह साढ़े आठ बजे तक इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दिनभर कनकनी वाली हवा चल रही है। पिछले 24 घंटे में गया में अधिकतम 14 और पटना में आठ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली।
पटना का पारा साल के न्यूनतम स्तर पर
पटना का न्यूनतम तापमान ढाई डिग्री नीचे खिसककर छह डिग्री के इस साल के न्यूनतम स्तर 6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। गया राज्य में सबसे ठंडा रहा, जहां 3.6 पर न्यूनतम पारा पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे में लगभग दो डिग्री की गिरावट गया में दर्ज की गई।
जनजीवन प्रभावित, पशु पक्षी तक परेशान
उत्तर पश्चिमी दिशा से आ रही बर्फीली हवा की वजह से राज्य में तीसरे दिन भी तापमान में गिरावट आई। मौसम में बदलाव की वजह से सूबे का जनजीवन प्रभावित हुआ है। हवा में चुभन की वजह से लोग घरों में बिना हीटर या अंगीठी के असहज महसूस कर रहे हैं। कुछेक जिलों को छोड़कर लगभग पूरे सूबे में ऐसी ही स्थिति है। दिन मे धूप निकलने से थोड़ी राहत है लेकिन शाम ढलते ही लोग रजाई में दुबक जा रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि इस महीने के अंत तक पारा और नीचे आ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले साल दिसंबर में इससे भी अधिक ठंड थी। तब 28 दिसंबर को पटना का पारा 4.8 डिग्री पर पहुंच गया था।
क्या है ऑरेंज अलर्ट
ऑरेंज अलर्ट रेड अलर्ट से पहले की स्थिति है। यह मौसम में आए बदलाव पर सर्तकता के लिए जारी किया जाता है। जब ठंड या गर्मी खतरनाक स्थिति की ओर बढ़ रही होती है तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। खतरनाक स्थिति पर पहुंचने के बाद रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इसका तात्पर्य यह है कि अभी मौसम को लेकर रेड अलर्ट की स्थिति नहीं आई है लेकिन मौसम के लिहाज से सावधान रहने वाली स्थिति है।
इन जिलों के लिए जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट
पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, नवादा, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, प. चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज