यूपी पंचायत चुनाव में मेरठ जिले के मवाना तहसील के गांव जंझेड़ी में एक भावी प्रत्याशी ने पंचायत में घोषणा कर दी कि यदि सभी ग्रामीण उसे निर्विरोध प्रधान चुनेंगे तो वह अपनी खेती की 14 बीघा जमीन ग्राम पंचायत के नाम कर देगा। गांव में 12वीं तक के निजी स्कूल को सरकारी मान्यता दिलवाने का वादा भी किया। बुधवार को गांव में हुई इस पंचायत की वीडियो वायरल भी हुआ है। अब गांव में निर्विरोध प्रधान चुने जाने का मामला गांव के बुजुर्गों पर छोड़ दिया गया है।
गांव जंझेड़ी में शासन से पहली बार घोषित सूची के अनुसार प्रधान पद पर आरक्षित वर्ग का प्रत्याशी चुनाव लड़ सकेगा। घोषणा होने के बाद कई लोग प्रधानी का दम भरने वाले चुपचाप बैठ गए थे, लेकिन उच्च न्यायालय के आदेश पर शासन द्वारा घोषित सूची में दूसरी बार में यह गांव पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया। इस घोषणा के बाद पुराने दावेदारों ने फिर से दम भरना शुरू कर दिया। एक भावी प्रत्याशी के रूप में युवा नरेंद्र उर्फ भुल्लन ने बुधवार शाम बुलाई ग्रामीणों की पंचायत में सार्वजनिक रूप से घोषणा की कि वह अपनी खेती की 14 बीघा जमीन ग्राम पंचायत के नाम से दान कर देगा। गांव वाले उसे निर्विरोध निर्वाचित कर दें। बच्चों के खेलने के लिए स्टेडियम व लड़कियों की शादियों के लिए गांव में एक मंडप और गांव के पानी की निकासी की व्यवस्था करा दी जाएगी। इस पंचायत में गांव के अनेक जिम्मेदार बुजुर्ग मौजूद रहे। उधर, दूसरे प्रत्याशी चार महीने से गांव की सरकार बनने के लिए अपनी पूरे जोश से लगे हुए हैं। ग्रामीण बताते हैं कि पूरे गांव में कई बार खाने का सामान बांटा जा चुका है, जिसमें कई लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। जंझेड़ी गांव के बुजुर्ग योगराज नम्बरदार बताते हैं कि यह पंचायत मंगलवार को उनके मकान पर हुई थी।
शिकायत हुई तो कानूनी कार्रवाई
मवाना ब्लाक के रिटर्निंग आफिसर ध्रुव कुमार का कहना है कि प्रधानी के चुनाव में ऐसी घोषणाएं नहीं की जा सकती। यदि कोई लिखित शिकायत करेगा तो आरोपी के खिलाफ चुनाव आयोग के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
14 बीघा जमीन की कीमत 60 लाख रुपये
ग्रामीण बताते हैं कि जंझेड़ी गांव में वर्तमान समय में 14 बीघा जमीन की कीमत 60 लाख रुपये से अधिक है। गांव में इस समय एक बीघा जमीन की कीमत पांच लाख रुपये से अधिक है।